
दोनों अस्पतालों में चिकित्सक सहित 37 लोग संक्रमित
जिला अस्पताल को तीन दिनों के लिए किया बंद
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। मेला व जिला अस्पताल में कोरोना बम फूट गया हैं। जिसकी चपेट में जिला व मेला अस्पताल के चिकित्सक सहित स्टाॅफ के 37 लोग संक्रमित हो गये है। जिनमें 12 लोग तो जिला अस्पताल शामिल है। जिसकारण जिला अस्पताल में संक्रमण की चेन तोड़नें के लिए तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। जिला अस्पताल में केवल एमरजेंसी को छोड कर ओपीडी बंद रहेगी।
शहर में बढते कोरोना संक्रमण ने पूरे जनपद मे अपने पैर पसार लिए है। निजी लेबों सहित जिला व मेला अस्पतालों में कोरोना की जांच कराने के लिए लोगों की लम्बी लम्बी कतारे लगी है। वहीं अस्पतालों का स्टाॅफ अपने जान की परवाह न करते हुए कोरोना संक्रमित लोगों के बीच अपनी ड्यूटी निभा रहे है। वहीं मेला अस्पताल परिसर में हो रही कोरोना जांच केन्द्र को अन्यत्र स्थान्तरिंत करने की मांग अब स्टाॅफ के परिजनों द्वारा की जा रही है।
बता दें कि मेला व जिला अस्पताल के चिकित्सकों सहित स्टाॅफ काॅलोनी मेला अस्पताल परिसर से सटी है। जिसकारण अब स्टाॅफ के परिवारों मे भी कोरोना संक्रमण को देखते हुए उनमें खौफ देखा जा रहा है। इसी बीच मेला व जिला अस्पताल में कोरोना बम फूट गया। जिसकी की चपेट में चिकित्सक सहित स्टाॅफ के 37 लोग कोरोना संक्रमित हो गये है। जिसके बाद अस्पतालों में भी कोहराम मचा हुआ है। जिनमें जिला अस्पताल के 12 चिकित्सक व अन्य स्टाॅफ शामिल है।
मेला व जिला अस्पताल में संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए जिला अस्पताल को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। जहां पर केवल एमरजेंसी सेवा ही चालू रहेगी। अस्पताल की ओपीडी सेवाएं बंद कर दी गयी हैं और मेला व जिला अस्पतालों को सैनिटाइज कराया जा रहा है। जिला अस्पताल में कोरोना के बढते संक्रमण को देखते हुए मरीजों को अस्पताल से दूर रहने की सलाह देते हुए केवल आपातकाल की स्थिति में ही अस्पताल में आने की नसीहत दी जा रही है।
जिला अस्पताल प्रभारी अधीक्षक डाॅ. चंदन मिश्रा ने बताया कि मेला व जिला अस्पताल के चिकित्सक सहित स्टाॅफ के 37 लोग संक्रमित मिले हैं जिनमें वह खुद भी है। जबकि जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. राजेश गुप्ता पहले ही कोरोना संक्रमित हो चुके है। दोनों अस्पतालों में मिले 37 कोरोन संक्रमितों में 12 चिकित्सक व स्टाॅफ जिला अस्पताल के शामिल है। जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। अस्पताल में केवल एमरजेंसी सेवाएं ही जारी रहेगी, सभी ओपीडी को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है और जिला अस्पताल को सैनिटाइज कराया जा रहा है।