
मीडिया कर्मियों को भी लाल व पीले पास में बांटा
एक पत्रकार यूनियन ने की मामले की मुुख्यमंत्री से शिकायत
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कुम्भ महाशिवरात्रि के पहले शाही स्नान के लिए कुम्भ मेला मीडिया नोडल अधिकारी द्वारा जारी किए गए मीडिया पास को लेकर अपनाई गई भेद-भाव की नीति को लेकर हरिद्वार शहर के मीडिया कर्मियों में भारी रोष हैं। जिला सूचना विभाग के कार्यालय में रात तक मीडिया पास जारी करने का काम चलता रहा। मीडिया को भी कुम्भ मेले में कवरेज के लिए दो खेमों में बांटा गया था और उनके लिए अलग-अलग रंग (लाल-पीले) के पास जारी किए गए। जिनमें लाल रंग के पास धारकों को मालवीय द्वीप तक जाने की अनुमति प्रदान की गयी थी, जबकि पीले पास धारकों को नहीं। जिस कारण मीडिया कर्मियों को हरकी पौड़ी पर शाही स्नान की कवरेज हेतु भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जिला सूचना विभाग के कार्यालय में पत्रकारों को अधेेंरे में रखकर रात को अपने चेहतों को मनमुताबिक बांटे गये थे पास। बताया जा रहा है कि नोडल अधिकारी द्वारा मीडिया पास बनाने की जिम्मेदारी दो कथित पत्रकारों को सौंपी गयी थी, जिनको कुंभ मेले में अस्थाई रूप से तैनात किया गया है। जिनमें एक पत्रकार जोकि हरिद्वार के एक बडे अखबार से नौकरी छोड कर यूपी जा चुका हैं, आरोप हैं कि उसको फोनकर घर से बुलाकर कुंभ में रखा गया हैं। जबकि एक पत्रकार हरिद्वार और यूपी में अपने कारनामों से काफी सुर्खिया बटोर चुका है। आरोप हैं कि रात को जिला सूचना कार्यालय में कुछ पत्रकार नेता अपने—अपने चेहतों को मनमुताबिक मीडिया पास बनाने में व्यस्त देखे गये। जिन्होंने उक्त दोनों पत्रकारों व नोडल अधिकारी की नजदीकियों का जमकर लाभ उठाया। जबकि कई मान्यता प्राप्त पत्रकारों को केवल पीला मीडिया पास जारी कर उनको शाही स्नान कवरेज करने से रोक दिया गया। नोडल अधिकारी पर अपनी मनमर्जी के आधार पर पास जारी करने के आरोप लगाए जा रहे हैं, जिसको लेकर काफी पत्रकारों में रोष व्याप्त है। एक पत्रकार यूनियन ने तो नोडल अधिकारी पर मीडिया पास जारी करने में बरते गये भेदभाव का आरोप लगाते हुए नवनियुक्त मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर शिकायत की है। वहीं कुछ पत्रकारों ने मालवीय द्वीप पर मीडिया के लिए मचान पर पत्रकारों के पीने के लिए पानी की व्यवस्था नहीं करने का आरोप मढा है।