
चिकित्सक मरीज के लिए मां, पिता और डॉक्टर की भूमिका निभाता हैंः सीएमओ
चिकित्सकों का पेशा हमेशा सेवाभाव व जोखिम भरा होता हैंः डॉ. संदीप निगम
अपनी जिम्मेदारियों से चिकित्सक कभी पीछे नहीं हटताः डॉ. चंदन मिश्रा
मेला अस्पताल सभागार मेें राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया
मुकेश वर्मा
हरिद्वा। मेला हॉस्पिटल सभागार मे शुक्रवार को दो हॉस्पिटलों मेला अस्पताल और राजकीय महिला अस्पताल के चिकित्सकों ने राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस बड़ी धूमधाम के साथ मनाया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर सीएमओ डॉ. कुमार खगेन्द्र सिंह मौजूद रहे।
राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस आधुनिक भारतीय चिकित्सा के निर्माता डॉ. वीसी राय के जन्म दिवस पर मनाया जाता है। भारत सरकार की पहल पर महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तराखण्ड ने इस वर्ष 01 जुलाई आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान चिकित्सकों के अमूल्य योगदान को देखते हुए व्यापक स्तर पर देशभर में मनाने का निर्णय लिया।

इस मौके पर मेला व राजकीय महिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. राजेश गुप्ता ने कहा कि देश के चिकित्सक अपनी परिवार व जान की परवाह किये बिना ही अपनी जिम्मेदारियों को निर्वाह करता है। मरीजों की जान बचाना चिकित्सकों का परम धर्म हैं जिसके लिए वह अपने खुशीयों व परिवार की जिम्मेदारियों को दर किनार कर तन्मयता से मरीजों की सेवा में जुटा रहा है।
उन्होंने कहा कि चिकित्सक को अपनी जिम्मेदारियों के निर्वाह के दौरान कई कठिन परिस्थियों से भी होकर गुजरना पड़ता है। देश ने कोरोना काल भी हाल ही में देखा है। कोरोना संक्रमित मरीजों तक हाथ लगाने में परिवार के लोग भी सकोंच कर रहे थे। लेकिन इस जोखिम भरे काल में चिकित्सकों ने स्टॉफ नर्स, फार्मेसिस्ट समेत वार्डबॉय ने अपनी जान की परवाह किये बिना ही कोरोना से संक्रमित मरीजों की सेवा करना अपना परम धर्म समझा।
इस अवसर पर जिला अस्पताल के चिकित्साधिकारी डॉ. चंदन मिश्रा ने कहा कि कोरोना काल में संक्रमित मरीजों का उपचार व सेवा करने के दौरान कई चिकित्सक असमय मौत के गाल में समा गये। लेकिन उसके बावजूद भी देश के चिकित्सकों का मनोबल कम नही हुआ और अपनी पफर्ज से पीछे नहीं हटे। जिन्होंने कई दिनों तक अपने घर का रास्ता नहीं देखा और अपने परिजनों से दूर रहे।
इस अवसर पर राजकीय महिला हॉस्पिटल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप निगम ने कहा कि चिकित्सकों का पेशा सेवाभाव व जोखिम भरा हैैैै। चिकित्सक हर मरीज को अपने परिवार का हिस्सा मान कर उनका उपचार व सेवा करता है। उसके हर दुख तकलीफ को अपनी मान कर उसके जल्द से जल्द स्वास्थ्य होने के लिए दिन रात मेहनत करता है।
इस मौके पर सीएमओ डॉ. कुमार खगेन्द्र सिंह ने राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर सभी चिकित्सकों को बधई देते हुए कहा कि चिकित्सक मरीजों के लिए मां भी हैं तो पिता भी है। चिकित्सक जटिल से जटिल बीमार मरीजों के उपचार के दौरान उनको मां बनकर बच्चों की तरह समझाते हुए उनके अच्छे व बुरे की जानकारी देकर उपचार करता है। तो कभी कभी पिता की तरह जिद्दी मरीजों को डांट कर उनके अच्छे स्वास्थ्य लाभ के लिए सेवा करते हुए उपचार करता है।
उन्होंने कहा कि चिकित्सक समाज में कई भूमिका का निर्वाहन करता है। लेकिन कुछ लोगों को चिकित्सक की एक ही भूमिका नजर आती है। लेकिन हम सब चिकित्सकों को समाज हित के लिए हर परिस्थितियों में अपने जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते हुए जटिल से जटिल बीमारियों से लड़ रहे मरीजों के उपचार में तत्पर रहकर उनकी सेवा करते हुए उपचार करना है।
इस मौके पर हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. मनोज ,द्विवेदी, डोट चिकित्सक डॉ. आरके सिंह, मनोरोग चिकित्सक डॉ. राजीव रंजन, एलएमओ डॉ. अल्पना खरे, डॉ. पूनम सेक्सैना, माइक्रोबाइलोजिस्ट डॉ. निशात अंजूम, डॉ. तेजिस्वेता बिष्ट, डॉ. वैभव कौहली, डॉ. नलिद असवाल, डॉ. शादाब, डॉ. मोहिन्द्र भाटी, डॉ. करिश्मा, डॉ. वर्षा बिष्ट, डॉ. ईशू चौधरी, डॉ. श्रुति तिवारी, डॉ. तरूण मिश्रा , ओटी इंचार्ज संजय शर्मा, चिक्कू आदि मौजूद रहे।