जिम्मेदार अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी से झाडा पल्ला
लीना बनौधा
हरिद्वार। लावारिस हालत में मिली महिला की व्यवस्था को लेकर बहादराबाद महिला दरोगा व एक समाज सेविका रातभर परेशान रही। जिसकी व्यवस्था करने के लिए जिम्मेदार विभाग भी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाडते नजर आये। इस घटना ने ऐसी महिलाओं की देखरेख करने वाले विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा दिया है।
बहादराबाद महिला उपनिरीक्षक पूनम प्रजापति ने बताया कि समाज सेविका संगीता देवी द्वारा बहादराबाद एअसो संजीव थपलियाल सर को अवगत कराया गया था कि उसकी सहयोगी रंजिता चौहान अपने पति के साथ बाइक पर रात को घर रोहलकी लौट रही थी। इसी दौरान रात को रोहलकी गांव के पास एक महिला लावारिस हालत में मिली। रंजिता चौेहान और उसके पति ने महिला से बात करने का प्रयास किया। लेकिन उसने कोई जबाव नहीं दिया, रात में सुनसान जगह पर अकेली महिला की सुरक्षा को खतरा समझ कर उसने मुझ से सम्पर्क करते हुए मामले से अवगत कराया।
बहादराबाद एसओ संजीव थपलियाल के निर्देश पर लावारिस महिला की व्यवस्था कराने के लिए उसके द्वारा समाज सेविका के साथ मिलकर लावारिस महिलाओं के लिए बने इन्द्रा छात्रावास यानि वन स्टांप सेंटर के प्रभारी दुर्गा मल से सम्पर्क कर मामले से अवगत कराया गया। जिन्होंने स्टाॅफ की कमी बताते हुए अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड लिया।
उन्होंने बताया कि इन्द्रा छात्रावास डीपीओ के अंडर में आता हैं तो उन्होंने रात को ही लावारिस महिला की व्यवस्था के लिए डीपीओ प्रभारी देव से फोन पर सम्पर्क कर मामले से अवगत कराया। उन्होंने भी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाडे हुए बोला कि सुबह बात करना। जिसके बाद महिला उपनिरीक्षक पूनम प्रजापति व समाज सेविका संगीता देवी लावारिस महिला की मदद के लिए एक के बाद एक अधिकारियों से सम्पर्क करते हुए उसकी व्यवस्था कराने में जुटी रही। लेकिन उसको कही से कोई उम्मीद की किरण नजर नहीं आयी।
महिला उपनिरीक्षक पूनम प्रजापति ने बताया कि उन्होंने ही रात को ही कार्यक्रम अधिकारी से भी सम्पर्क किया, मगर उनकी ओर से भी कोई सकारात्मक जबाब नहीं मिला। जिम्मेदार अधिकारियों के जबाब से निराश हो चुकी महिला उपनिरीक्षक व समाज सेविका ने बताया कि उनके द्वारा बाल कल्याण समिति सदस्य रंजना शर्मा से सम्पर्क कर मामले से अवगत कराया। लेकिन रात भर लावारिस महिला की मदद के लिए एक के बाद एक जिम्मेदार अधिकारियों से कोई मदद न मिलने पर आखिर लावारिस महिला को बहादराबाद थाने में एक कांस्टेबल की सरंक्षण में रखा गया।
महिला उपनिरीक्षक पूनम प्रजापति ने बताया कि आज सुबह जब महिला को मेडिकल के लिए ले जाया गया तो चिकित्सकों ने कान और मानसिक रोग विशेषज्ञ चिकित्सक को दिखाने के लिए कहा गया है। उसके पश्चात ही मेडिकल किये जाने की बात कही गयी है। जब तक मेडिकल नहीं होता तब तक महिला को एडीएम के समक्ष पेश नहीं किया जा सकता। महिला उपनिरीक्षक पूनम प्रजापति ने बताया कि लावारिस महिला के सम्बंध् में उन्होने यूपी की संस्थाओं से भी सम्पर्क कर मदद मांगी, लेकिन वहां से भी कोई मदद का भरोसा नहीं मिला है।
