
लोगों को उपचार के लिए जिला अस्पताल तक नहीं जाने दिया
मीडियां को भी पास के नाम पर थमाया झुंझना, चेहतों को दिये अलग से पास
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कुंभ के सोमवती अमावस्या के दूसरे शाही स्नान पर मेला पुलिस प्रशासन ने व्यवस्था के नाम को स्थानीय नागरिकों को घरों में कैद कर दिया। इतना ही नहीं लोगों को उपचार के लिए जिला अस्पताल तक जाने नहीं दिया गया। मीडिया को भी कुंभ मेला पुलिस द्वारा जारी मीडिया पास के नाम पर झुंझना हाथ में थमा दिया गया। जिसको मेले में तैनात जवानों ने नहीं माना। लेकिन अपने चेहतों को अलग से किये थे पास जारी। अगर शहर में भीड़ की बात करें तो हरिद्वार में आम दिनों में जुटने वाली भीड़ भी नहीं जुट पायी थी। मेला पुलिस प्रशासन ने व्यवस्था के नाम पर बेवजह लोगों को परेशान किया गया।
बताते चलेे कि कुंभ के सोमवती अमावस्या के दूसरे शाही स्नान पर्व को सकुशल सम्पन्न करने के लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा व व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम करने के कुंभ मेला प्रशासन द्वारा बडे-बडे दावें किये गये थे। उत्तराखण्ड डीजीपी अशोक कुमार ने मीडिया से जानकारी सांझा करते हुए कहा था कि उन्होंने मेला पुलिस प्रशासन को हिदायत दी हैं कि स्थानीय लोगों व बाहरी श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। लेकिन उनके हिदायत भी कुंभ के दूसरे शाही स्नान पर कही दिखाई नहीं दी।
कुंभ मेला प्रशासन ने सुरक्षा व व्यवस्था के नाम पर जगह-जगह बेरिकेटस लगाकर चौराहे अवरूद्ध किये गये थेे। जहां से स्थानीय नागरिकों को अपनी जरूरत की चीजे और कही जाने के लिए वहां तैनात जवानों से जुझते देखा गया। टिबडी की ओर से शहर की ओर आने वाले टिबडी फाटक के पास बेरियर लगाकर लोगों के दो पाहिया वाहनों तक को रानीपुर मोड या फिर बीमार लोगों को डाॅक्टरों तक ले जाने के लिए तैनात जवानों के आगे गिड़गड़ना पडा।
कुंभ मेला पुलिस प्रशासन की ओर से मीडियों को जारी मीडिया पास केवल एक झुंझना ही साबित हुआ। जिसको बेरिकेटस में तैनात अधिकारी ने सिरे से नकारते हुए मानने से इंकार कर दिया और कहा कि यह पास शाही स्नान पर्व पर मान्य नहीं है। मीडिया कर्मियों के साथ भी कुंभ मेला पुलिस द्वारा दोहरा रवैया अपनाया गया, कुछ चेहते मीडिया कर्मियों को अनन फनन में शाही स्नान की पूर्व संध्या पर अलग से मीडिया पास जारी किये गये। वहीं टिबडी फाटक, ऋषिकुल तिराहे, देवपुरा तिराहा, शिवमूर्ति चौेक, बाल्मिकी चौराह पर व्यवस्था के नाम पर बेरिकेटस लगाकर कामकाजी स्थानीय नागरिकों को बेवजह परेशान किया गया।
बाल्मिकी चौराह पर तो कई लोगों को जिला अस्पताल उपचार के लिए जाने के लिए तक रोका गया। जिला अस्पताल के चिकित्सकों का भी कहना हैं कि आम दिनों की तुलना में आज मरीज अस्पताल नहीं पहुंचे। एक वरिष्ठ चिकित्सक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उनको जिला अस्पताल से जारी किया गया पास भी मेले में तैनात जवानों ने मानने से इंकार कर दिया और उनको खुद गलियों के चक्कर काट कर ड्यूटी पर आना पड़ा। जिला अस्पताल के चिकित्सकों को ही ड्यूटी पर जाने से रोका।
जबकि शहर की सड़के खाली पड़ी रही। कुंभ में व्यवस्था के नाम पर जिस तरिके से लोगों को परेशान किया गया। उसको लेकर के शहर के प्रबुद्ध नागरिक काफी आहत है। उनका कहना हैें कि शहर में यात्राी नहीं हैं और कुंभ व्यवस्था के नाम पर लोगों को परेशान कर रही है। आखिर कह कैसी व्यवस्था, व्यवस्था तो लोगों को राहत दिलाने के लिए होती हैं पर यहां तो व्यवस्था लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गयी।