
सवाल: क्या लॉकडाउन आमजन के लिए, पुलिस के लिए नहीं?
एसएसआई की दलील पहले से खरीद कर रखवाई गयी थी सब्जी
वेदप्रकाश चौहान
हरिद्वार। कोरोना काल में लाॅकडाउन का पालन पुलिस द्वारा जहां सख्ती से कराया जा रहा है। लाॅकडाउन के दौरान निर्धारित समय से कुछ लेट तक खुली दुकानों के खिलाफ लाॅकडाउन उल्लंघन की कार्यवाही की जा रही है। वहीं सोशल मीडिया पर कोतवाली नगर पुलिस का वीडियों वायरल हो रहा हैं जिसमें पुलिस कर्मी लाॅकडाउन के दौरान पुरूषार्थी मार्किट स्थित सब्जी की दुकान को खुलवा कर सब्जी खरीद कर ले जाते हुए देखे जा रहे है। जिसके बाद अब लोगों ने सवाल दाग रहे हैं कि क्या पुलिस के लिए लाॅकडाउन के कोई मायने नहीं? लाॅकडाउन केवल आमजन के लिए है?। कोतवाली एसएसआई ने खुद माना कि पुलिस ने दुकान को खुलवा कर सब्जी लायी गयी। लेकिन सब्जी पहले से ही रखवायी गयी थी।
शहर में सोशल मीडिया पर कोतवाली नगर पुलिस का एक वीडियों वायरल हो रहा है। जिसमें कोतवाली नगर की एक गाडी पुरूषार्थी मार्किट के बाहर मेन रोड पर खडी होती है। जिसमें से चालक व कांस्टेबल मार्किट में जाकर सब्जी की दुकान का शटर खुलवा कर सब्जी लेकर जाते देखे जा रहे है। जिस वक्त यह वीडियो बनायी गयी हैं वह वक्त लाॅकडाउन का था। जिसको लेकर अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या आम जनता के लिए लाॅकडाउन है? यदि कोई व्यापारी समय सीमा से दस मिनट भी लेट होता हैं तो पुलिस तत्काल उसका लाॅकडाउन उल्लंघन में चालान काटने में देरी नहीं लगाती।
जब कोतवाली नगर एसएसआई नंद किशोर ग्वाडी से उनके क्षेत्र में दूध् डेयरी,फल और सब्जी की दुकानों के खुलने की समय सीमा जानी तो उन्होंने बताया कि सुबह 11 बजे तक ही उक्त दुकानों को खोलने की अनुमति है। जब उनसे सोशल मीडिया पर जारी वीडियों के वायरल के सम्बंध् में जानकारी चाही तो उन्होंने माना कि वह लाॅकडाउन के दौरान सब्जी लेने गये थे, लेकिन सब्जी पहले से ही रखवायी गयी थी। लेकिन जब एसएसआई की जानकारी की सत्यता का पता लगाया गया तो जिस दुकान से सब्जी खरीदी गयी उस व्यापारी का कहना हैं कि पहले से कोई सब्जी नहीं रखवायी गयी थी। दो पुलिस वाले आये और दुकान खुलवा कर सब्जी खरीद कर ले गये। सोशल मीडिया पर जारी वायरल वीडियों और एसएसआई की दलील ने लाॅकडाउन के दौरान पुलिस की कार्यशैली की पोल खोलकर रख दी है।