
मेला प्रशासन के दावे केवल कागजों तक में ही सिमंटे
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। धर्मनगरी में गुरूवार को हुए महाशिवरात्रि के पहले शाही स्नान के दौरान मेला प्रशासन द्वारा कोविड-19 के चलते केन्द्र सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन का पालन कराने में पूरी तरह से विफल साबित हुआ। मेला क्षेत्र में बाहर से आने वाले श्रद्धालु बिना मास्क, बिना सोशन डिस्टेसिंग के नजर आए। जिसको लेकर मेला प्रशासन के गाइड लाइन की गंभीरता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
महाकुंभ के शाही स्नान पर मेला प्रशासन द्वारा कोविड-19 को लेकर केन्द्र द्वारा निर्धारित गाइड लाइन का पालन सख्ती से कराए जाने के दावे किए गए थे। कुंभ के महाशिवरात्रि के पहले शाही स्नान पर मेला प्रशासन के दावे हवाई साबित हुए हैं। तीर्थनगरी में बाहर से आने वाले श्रद्धालु बिना मास्क व सेनेटाइज और झुंड में स्नान करने के लिए पहुंचे। जिनको केन्द्र द्वारा निर्धारित गाइड लाइन का पालन मेला प्रशासन द्वारा नहीं कराया जा सका। वहीं, शाही स्नान से पूर्व जिला व मेला प्रशासनिक द्वारा भल्ला कालेज स्टेडियम में मेले में तैनात अधिकारियों व जवानों को स्नान पर्व को सकुशल संपन्न कराने का पाठ पढ़ाया गया था, जिसमें मुख्य बिन्दु स्थानीय व बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ मधुरता का व्यवहार शामिल था, लेकिन पहले शाही स्नान पर मधुरता का पाठ अधिकारियों व जवानों में कहीं नजर नहीं आया। जगह-जगह लगाए गए बैरिकेटस पर तैनात जवानों द्वारा श्रद्धालुओं के साथ अभद्रता की भी जानकारी प्रकाश में आयी हैं, जिसको लेकर श्रद्धालुओं में मेला पुलिस प्रशासन के इंतजामों को लेकर नाराजगी देखी गयी है।