
पीएमएस डाॅ. राजेश गुप्ता
माइक्रोबायोलाॅजी चिकित्सक डाॅ. निशात अंजुम
संदिग्ध् मरीजों को लेकर सभी व्यवस्था दुरूस्थ, चिकित्सकों व स्टार्फ की होली की छुट्टी रद्द
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कोरोना वायरस को लेकर हरिद्वार जनपद हाई अर्लट पर है। जिसके मद्देनजर डीएम भी जिले के निजी व सरकारी चिकित्सकों को कोरोना वायरस को लेकर दिशा निर्देश दे चुके है। जिला अस्पताल भी कोरोना वायरल को लेकर सतर्क है। जिसको लेकर जिला अस्पताल पीएमएस ने संदिग्ध् मरीजों पर पैनी नजर रखते हुए उनके परीक्षण के बाद उनको विशेष वार्ड में रखने की व्यवस्था भी की गयी है। जिला अस्पताल के चार प्राईवेट वार्डो को कोरोना वायरस के मरीजों के लिए सुरक्षित रखा गया है। बताते चले कि देश में कोरोना वायरल से ग्रसित मरीजो मिलने के बाद देश में हाई अलर्ट पर रखा गया है। साथ ही देश के सभी प्रदेशों को ऐहतियात बरतने के निर्देश दिये गये है। जिसके तहत जनपद हरिद्वार को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। जिसको लेकर डीएम सी रविशंकर द्वारा जनपद के निजी व सरकारी चिकित्सकों की बैठक लेकर उनको कोरोना वायरल को लेकर दिशा निर्देश जारी किये गये है। जिसके तहत जिला अस्पताल में भी कोरोना वायरल को लेकर खास इंतजाम किये गये है। और चिकित्सकों व स्टार्फ को अलर्ट रहने के निर्देश जारी किये गये है। मेला व जिला अस्पताल के सभी चिकित्सकों व स्टार्फ के होली की छुट्टीया रद्द कर दी गयी है। और उन्हें हरिद्वार में रहने के निर्देश दिये गये है। जिला अस्पताल के चार प्राईवेट वार्डो को पूरी तरह से कोरोना वायरस के मरीजों को तैयार रखा गया हैं। चिकित्सकों व स्टार्फ को माक्स लगाने के निर्देश भी जारी किये गये है। जिला अस्पताल के पीएमएस डाॅ. राजेश गुप्ता के अनुसार कोरोना वायरस को लेकर मेला व जिला अस्पताल को अलर्ट पर रखा गया है। सभी चिकित्सकों व स्टाॅफ के होली की छुट्टी को रद्द कर दिया गया हैं और उनको हरिद्वार में ही रहने के निर्देश दिये गये है। जिला अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए चार प्राईवेट वार्डो को सुरक्षित रखा गया है। हरिद्वार एक विश्व प्रसिद्ध तीर्थनगरी हैं जहां पर देश-विदेश से श्रद्धालुओं को अगमन लगा रहता है। इसलिए हमारी जिम्मेदारी ओर बढ जाती है। कोरोना वायरस को लेकर हम गम्भीर और सतर्क है। मेला व जिला अस्पताल के चिकित्सकों को कोरोना वायरल को लेकर गम्भीता दिखाते हुए संदिग्ध् मरीजों की जांच करायी जाए और संदिग्ध् मरीज लगने पर उसकी जानकारी अधिकारियों को अवगत कराया जाए। माइक्रोबायोलाॅजी चिकित्सक डाॅ. निशात अंजुम के अनुसार मेला व जिला अस्पताल पहुंचने वाले संदिग्ध् मरीजों को सघन जांच की जाएगी। उनके ब्लड सैम्पल लेकर उनकी जांच की जाएगी, अगर उनको पोजिटीव पाया जाता हैं तो उनके लिए खास तौर से जिला अस्पताल में बनाये गये वार्ड में रखा जाएगा। चिकित्सक पूरी तरह संदिग्ध मरीजों को लेकर सतर्क है।