
मुश्किल की घंडी में लोगों के लिए बनी देवदूत
मीडिया सैल भी बना जरूरतमंदों के लिए हैल्प लाइन
लीना बनौधा
हरिद्वार। उत्तराखण्ड पुलिस ने खाकी की चली आ रही अवधारणा को ही बदल कर रख दिया है। कोरोना काल में उत्तराखण्ड पुलिस एक के बाद एक ऐसी मानवता की मिशाल पेश की जा रही हैं कि उसकी इस मानवता भरे कार्यो एवं दरिया दिली ने लोगों को कायल कर दिया है। अब तो वास्तव में जनता खाकी को खाकी की नजर से नहीं बल्कि अपना हमदर्द व मित्र समझकर खुले मन से अपने दिल की पीडा बताकर उससे मदद मांग ले रही है।
खाकी ने भी अब अपना कठोर दिल व चेहरा दर किनार कर जनता की मदद अपने परिवार के सदस्यों की तरह करते हुए उनके हर दुख में शरीक होकर दिल खोल कर मदद करने में जुटी है। अभी तक हमने रानीपुर कोतवाल और कनखल एसएसआई का मानवता भरे चेहरे को समाज के सामने रखा है। लेकिन आज दो ओर ऐसे ही खाकी के चेहरे सामने आये है। जिससे अब उत्तराखण्ड पुलिस की जमकर शहर में प्रशंसा की जा रही है। जिनमें एक रूड़की गंग नहर कोतवाल है। वहीं दूसरी ओर मीडिया सैल जोकि अब तक जनपद की पुलिस से गतिविधियों की जानकारी मीडिया तक पहुंचने काम करती है, लेकिन अब वह भी कोरोना काल में जरूरतमंदों के लिए एक हैल्पलाइन के रूप में काम करती देखी जा रही है।
जी हां यहां हम पहले आप को रूड़की गंगर नहर प्रभारी निरीक्षक मनोज मैनवाल की मानवता भी दास्ता से रूबरू करते है। रूड़की गंग नहर मनोज मैनवाल कोरोना पाॅजिटिव हैं जिन्होंने 03 मई की रात को कुछ व्हाट्सअप ग्रुप में एक मैसेज सेंट किया कि वह कोरोना पाॅजिटिव है, लेकिन उनका आक्सीजन लेवल सामान्य है और उनके स्वास्थ्य में भी सुधार हो रहा है। इसलिए उनके पास रखे आक्सीजन सिलेण्डर की आवश्यकता उनको या फिर कोतवाली स्टाॅफ को फिलहाल नहीं है। अगर जिसको जरूरत हो तो वह सम्पर्क कर सकता है।
कोतवाल की सोशल मीडिया पर जारी अपील को पढ कर एक जरूरतमंद व्यक्ति राजवीर सिंह निवासी सुनहरा रोड निकट पाॅलिटेक्निक हाॅस्टल ने आक्सीजन गैस सिलेण्डर की आवश्यकता बतायी। जिसपर कोतवाल ने जरूरतमंद व्यक्ति को अगले दिन आक्सीजन गैस का सिलेण्डर उपलब्ध् करा दिया। जरूरतमंद व्यक्ति के परिवार ने कोतवाल का जमकर प्रशांसा करते हुए आभार व्यक्त किया।
अब हम आपको मीडिया सैल की मानवता भरे हैल्प लाइन से अवगत करते है। मंगलवार की रात को हरिद्वार पुलिस को कोरोना संक्रमित व्यक्ति के बेटे ने ट्वीट किया गया कि उनके पिता की कंडीशन बेहद नाजूक है और उनका आक्सीजन लेबल डाउन जा रहा है, शीघ्र ही आक्सीजन सिलेण्डर या आईसीयू की आवश्यकता है। इस ट्वीट को मीडिया सैल ने गम्भीरता से लेते हुए ट्वीट करने वाले मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क साधा जो कि अभिषेक नाम के युवक का था। जिसने बताया कि उसके पिता की हालत बेहद नाजूक है और आक्सीजन की जरूरत है।
जिसपर पर मीडिया सैल ने तत्काल सिड़कुल एसओ से सम्पर्क किया और युवक अभिषेक का मोबाइल नम्बर उपलब्ध् कराते हुए तत्काल आक्सीजन सिलेेण्डर उपलब्ध् कराने को कहा गया। सिड़कुल एसओ ने रात्रि अधिकारी संदीप चौेहान को अवगत कराया गया। जिसपर दरोगा संदीप चौहान ने रात्रि को ही जरूरतमंद से सम्पर्क साधा और उसको साथ लेकर रानीपुर गैस प्लांट पहुंचकर परिस्थितियों का हवाला देकर आक्सीजन सिलेण्डर भरवाकर देर रात को ही पेशेंट के घर पर पहुंचाया। पेशेंट के परिजनों ने समय पर आक्सीजन गैस उपलब्ध् कराने पर पुलिस का आभार जताते हुए धन्यवाद किया। उत्तराखण्ड पुलिस मुश्किल की इस घडी में लोगों के लिए देवदूत बनकर उभरी है। जिसकी शहर भी प्रशंसा की जा रही है।