संघर्ष समिति ने किया अपनी मांगों के निस्तारण के लिए मंथन
लीना बनौधा
हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य एवं संयुक्त कर्मचारी संघर्ष समिति ऋषिकुल और गुरुकुल की एक बैठक गुरुकुल आयुर्वेदिक कालेज चिकित्सालय में प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा और संयोजक धीरज उपाध्याय और शिवनारायण के संचालन में हुई। बैठक में अपनी मांगो के निस्तारण के सम्बंध् में चर्चा की गयी।
जिसमें डीडीओ कोड बहाल करने, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की पदोन्नति, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के देयकों का भुगतान शीघ्र करने, चिकित्सा अवकाश का वेतन का भुगतान शीघ्र करने, एसीपी को शीघ्र से शीघ्र लगाये जाने, नए कर्मचारियों का जीआईएस का लाभ दिये जाने, चिकित्सा प्रतिपूर्ति के बिलों का भुगतान शीघ्र करने, कर्मचारियों के अग्रिम जीपीएफ का भुगतान शीघ्र करने, मृतक के आश्रित की नियुक्ति शीघ्र योग्यता अनुसार करने और रामपाल चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के छठे एवं सातवें वेतनमान एरियर शीघ्र दिलाये जाने की मांगों पर गहन मंथन हुआ।
इस मौके पर संघर्ष समिति संयोजक केएन भट्ट और धीरज उपाध्याय और उपशाखा मंत्री आशुतोष गैरोला अध्यक्ष राकेश चंद्र ने संयुक्त रूप से कहा कि गुरुकुल और ऋषिकुल के कार्मिकों का शोषण हो रहा है वेतन समय से नहीं मिल रहा जो कर्मचारी सेवानिवृत्त हो गए हैं उनको दो-दो वर्ष से पेंशन और देयक नहीं मिले हैं। चिकित्सा अवकाश के वेतन का भुगतान, चिकित्सा प्रतिपूर्ति का भुगतान नहीं हो रहा है। बैठक में निर्णय लिया गया कि जब तक डीडी कोड बहाल नहीं किया जाता तब तक परेशानी ही रहेगी, इसलिये आंदोलन किया जाना जरूरी हो गया है।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा, वरिष्ठ सलाहकार रमेश चंद्र पंत और संयुक्त मंत्राी मोहित मनोचा, उप शाखा अध्यक्ष छत्रपाल सिंह ने कहा कि कर्मचारियों की पदोन्नति शीघ्र कराते हुए पदोन्नति में पारदर्शिता बरती जाए। जिन नए कर्मचारियों का जीआईएस नहीं कट रहा है, उनका जीआईएस काटा जाए कर्मचारियों की एसीपी तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी नहीं लगाई गई है। रामपाल चतुर्थ श्रेणी का छठवें वेतनमान का एरियर सेवानिवृत्त कर्मचारियों के देयकों का भुगतान और मृतक आश्रितों की नियुक्ति शीघ्र की जाये, लेकिन आयुर्वेद विश्वविद्यालय की तानाशाही के चलते कर्मचारियों में आक्रोश है जो आंदोलन का रूप लेने को तैयार है, जल्द ही आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।
बैठक में रमेश चंद्र पंत, केएन भट्ट, धीरज उपाध्याय, शिवनारायण सिंह, छत्रपाल सिंह, आशुतोष गैरोला, कला नैनवाल, मेघा सेमवाल, ममता पाल, यशोदा रतूड़ी, कमलेश, नीलम बिष्ट, ज्योति नेगी, अजय कुमार, मोहित, अनिल कुमार, अरुण कुमार, राज किशोर, ताजबर सिंह, मनीष, सतीश चंद, प्रवीण भारती, त्रिलोकी प्रसाद, मोहित मनोचा, दिनेश लखेड़ा, राकेश भंवर आदि मौजूद रहे।
