लीना बनौधा
हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएँ उत्तराखंड का 29 जुलाई को महानिदेशक की अध्यक्षता में निदेशक, सहायक निदेशक और प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों के बीच समझौता होने के बाद भी आज तक न तो उस समझौते का कार्यवृत नही मिला और न ही पदोन्नति व उद्यान विभाग की भांति माली को टेक्निकल किये जाने की भांति चिकित्सालय के कर्मचारियों को टेक्निकल करने की पफाइल आज तक शासन नही पहुंची है, जोकि बड़े दुख का विषय है। स्वास्थ्य विभाग की मनमानी सभी संवर्गो की पदोन्नति हो गई है, किंतु सबसे छोटे संवर्ग को छोड़ दिया गया है। जिसके लिए अब उग्र आंदोलन होगा, जिसके लिए प्रदेश स्तर पर 16 अगस्त से 21 अगस्त तक गेट मीटिंग के माध्यम से जनजागरण और स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन दिया जायेगा।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा, महामन्त्री सुनील अधिकारी, प्रदेश उपाध्यक्ष नेलसन अरोड़ा, प्रवक्ता शिवनारायण सिंह और कोषाध्यक्ष राकेश चंद्र ने संयुक्त रूप से कहा कि महानिदेशालय व आयूर्वेद विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को पदोन्नति, टेक्निकल करते हुए ,अगला ग्रैड वेतन 4200 दिया जाना आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कर्मचारियों का एसीपी नही लगना, डीडीओ कोड बहाल न होने के कारण कर्मचारियों को वेतन समय पर न मिलना, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के देयकों का भुगतान न होना बड़ी समस्या है। जिसका समाधान सिर्फ डीडीओ कोड बहाली से ही निकल सकता है।
उपशाखा अध्यक्ष छत्रपाल सिंह, जिला मंत्री राकेश भँवर, प्रदेश आडिटर महेश कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक धवन, और गुरुप्रसाद गोदियाल ने संयुक्त रूप से कहा कि महानिदेशालय प्रशासन ने अड़ियल रवैया अपनाया हुआ है, अगर यही कार्य ऊपरी कर्मचारियों का होता तो ये कार्य कब का हो जाता। इस प्रदेश की यही रीत है कि जो कर्मचारी छोटा है तो वहीं रहे उठे ना, जिसके कारण प्रदेश के कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है, जो कभी भी आमरण अनशन और हड़ताल में परिवर्तित हो सकता है। संघ नही चाहता कि हड़ताल हो पर प्रदेश के विभागाध्यक्ष चाहते हैं कि कर्मचारी हड़ताल करे नही तो लगभग 1साल से समझौते हो रहे हैं, पर उनका पालन नही हो रहा है, यही इस विभाग की विडंबना है।
गेट मीटिंग कर जनजागरण और आक्रोश प्रकट करने वाले कर्मचारियों में शिवनारायण सिंह, राकेश चंद्र, गुरुप्रसाद गोदियाल, नेलसन अरोड़ा, ताजबर सिंह, अरुण कुमार, प्रवीण, राजकिशोर, छत्रपाल सिंह, अनिल कुमार, त्रिभुवन पाल, नवीन, सुरेंद्र कश्यप, दिनेश गुसाईं, सुनील अध्किारी, सतवीर, ममता, कमलेश, नीलम, अजय रानी, सुदेश जयनारायण सिंह, अजय कुमार, इत्यादि ने आक्रोश व्यक्त करते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
