लीना बनौधा
हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड का महानिदेशालय देहरादून के प्रांगण में दूसरे दिन भी क्रमिक अनशन जारी रहा। महानिदेशक ने कर्मचारियों की मांगों के निस्तारण के लिए कोई रूचि नहीं दिखाई। जबकि गत 29 जुलाई 2021 को समझौते का कार्यवर्त आज दिया गया और उसमें भी एक माह का समय मांगा गया है जो संघ को मंजूर नहीं है। आज क्रमिक अनशन पर सुरेश रमोला, जितेंद रावत, टीका सिंह भंडारी, दिनेश गुसाईं सुनील अधिकारी बैठे। जिनको प्रदेश अध्यक्ष ने माला पहनाकर बैठाया।
प्रदेश महामंत्री सुनील अधिकारी, संरक्षक मनवर सिंह नेगी, प्रदेश उपाध्यक्ष नेलसन अरोड़ा, संगठन सचिव दिनेश गुसाईं ने संयुक्त रूप से कहा कि चतुर्थ श्रेणी कर्मी दो दिवस से डीजी कार्यालय के बाहर बैठे हो गये, लेकिन अधिकारियों ने उनकी कोई सुध् नहीं ली। जबकि अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों से सितम्बर 2020 से आज तक समझौते किये जा रहे हैं।
किंतु कार्य आज तक नही हुआ है, 29 जुलाई का समझौता पत्र आज दिया गया। जिसमें एक माह का समय मांगा गया है जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगा जल्द ही प्रस्ताव शासन को नही भेजा गया, तो प्रदेश के पदाधिकारियों और जिला अध्यक्ष व मंत्रियों द्वारा आमरण अनशन शुरू कर दिया जाएगा। जिसका उत्तरदायित्व महानिदेशक का होगा। समस्त जनपदों के अध्यक्ष व मंत्रियों द्वारा क्रमिक अनशन और आमरण अनशन के लिए अपनी सहमति महानिदेशालय में करने के लिए दे दी है, अगर किसी भी कर्मचारी को कोई भी नुकसान होता हैं तो उसकी जबाबदेही शासन और महानिदेशालय का होगी।
