
14 अगस्त के बाद धरना—प्रदर्शन, रैलियों और होगा क्रमिक अनशन
लीना बनौधा
हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएँ उत्तराखंड का गुरूवार को भूखे रहकर छठे दिन भी अपनी मांगों को लेकर प्रदेशभर में प्रदर्शन जारी रहा। वहीं कर्मचारी सघ के नेताओं ने केबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को पेड़ देकर पेड़ व पर्यावरण बचाओ और साथ ही अपनी मांगों के निस्तारण के लिए ज्ञापन सौपा।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा, प्रदेश उपाध्यक्ष नेलसन अरोड़ा, महामन्त्री सुनील अधिकारी जिलाध्यक्ष गुरुप्रसाद गोदियाल और जिला मंत्री त्रिभुवन पाल ने संयुक्त् रूप से कहा कि महानिदेशालय/आयूर्वेद विश्वविद्यालय कर्मचारियों की मांगों को नजर अंदाज कर रहा है, कर्मचारी कोरोना महामारी में अग्रिम पंक्ति में कार्य करने के बावजूद अभागा है, बिना अन्न ग्रहण किये कार्य करने के बावजूद भी कर्मचारियों की सुध लेने वाला कोई नहीं है जो बहुत दुखदायी है। कर्मचारी की प्रमुख मांगे पदोन्नति, उद्यान विभाग की भांति टेक्निकल करते हुए 4200 ग्रैड पे दिया जाना, नर्सेस की भांति पोष्टिक आहार भत्ता, एक माह का मानदेय, जोखिम भत्ता 10 लाख दिया जाना न्यायोचित मांगे हैं किंतु अभी तक कोई सुनवाई नहीं अब 14 अगस्त तक इंतजार किया जाएगा। उसके बाद धरने प्रदर्शन, रैलियों ओर क्रमिक अनशन कर आंदोलन को उग्र किया जाएगा। देहरादून जिले का क्रमिक अनशन महानिदेशक कार्यालय में किया जाएगा।
प्रदेश संयुक्त मंत्री रविन्द्र सिंह, संगठन सचिव दिनेश गुसाईं, विपिन नेगी और सरंक्षक मनवर सिंह नेगी ने संयुक्त् रूप से कहा कि अब सब्र का प्याला छलक चुका है अब महासंघ, संयुक्त मोर्चा के साथ—साथ मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री को महानिदेशालय और आयूर्वेद विश्वविद्यालय की कारगुजारियों से अवगत कराया जाएगा।
भूखे प्रदर्शन करने वालों में गुरुप्रसाद गोदियाल, दिनेश लखेड़ा, नेलसन अरोड़ा, विपिन नेगी, सुरेंद्र कश्यप, दिनेश गुसाईं, नवीन नवानि, कुणाल गौरंग, बिशम्बर, नवीन शर्मा, राकेश, संजय शिवनारायण सिंह, दीपक धवन,विनोद बिष्ट, कमल, कामेंद्र, छत्रपाल सिंह,अजय कुमार, जयनारायण सिंह, दीपक, शीशपाल, राजेन्द्र तेश्वर, राकेश भँवर अजय रानी, संतोष, सुदेश, चंद्रकला, बाला, ममता, मिथलेश, नीलम, विमलेश आदि शामिल रहे।