
♦सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 12 चिकित्सक पद सृजित, तैनात केवल दो चिकित्सक
♦दो सालों से पीजी करने गये तीन चिकित्सकों के स्थान पर भी नहीं हुई कोई तैनाती
♦12 बैड वाला जच्चा-बच्चा यूनिट भी दो महिला चिकित्सकों के भरोसे ही चल रहा
♦क्या ऐसे ही रखा जाएगा भाजपा शासनकाल में लोगों के स्वास्थ्य का ख्याल ?
♦भाजपा सरकार की स्वास्थ्य नीतियों पर अब जनता सवाल उठाने लगी
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ज्वालापुर इन दिनों दो चिकित्सकों के हवाले ही चल रहा है। जबकि इस स्वास्थ्य केन्द्र में 12 चिकित्सक पद सृजित हैं और यहां पर 30 बैड की व्यवस्था है। बताया जा रहा हैं कि तीन चिकित्सक पिछले दो सालों से पीजी के लिए गये हुए है। उनके स्थान पर भी किसी चिकित्सक की व्यवस्था नहीं की गयी है। अगर मौजूदा स्वास्थ्य केन्द्र सीएमएस की माने तक रोजाना 300 ओपीडी देखी जा रही है।
जबकि जच्चा-बच्चा यूनिट अलग है। जिसको केवल दो महिला चिकित्सक की सम्भाल रही है। इस यूनिट की अगर बात करें तो उसमें 12 बैड की व्यवस्था है। ज्वालापुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर अन्य चिकित्सकों की तैनाती के लिए कई बार जिला स्वास्थ्य केन्द्र को लिखा जा चुका है। मगर अभी तक चिकित्सकों की तैनाती की कोई सुध नहीं ली गई है। क्या ऐसे ही रखा जाएगा भाजपा शासनकाल में लोगों के स्वास्थ्य का ख्याल ? स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर भाजपा सरकार की स्वास्थ्य नीतियों पर अब जनता सवाल उठाने लगी है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ज्वालापुर सीएमएस डॉ. हेमंत बुद्धियाल ने बताया कि 30 बैड के सीएचसी को केवल दो चिकित्सक ही सम्भाल रहे है। जिनमें वह स्वंय और दूसरे चिकित्सक डॉ अक्षय चौहान है। इस सीएचसी में रोजाना 300 ओपीडी देखी जा रही है। चिकित्सकों की कमी होने के बावजूद भी उनका प्रयास हैं कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पहुंचने वाले मरीजों को चिकित्सकों की कमी महसूस ना हो और उनको यहां से बिना उपचार मिले बैरंग ना लौटना पडे।
उन्होंने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ज्वालापुर में समान्य उपचार के साथ-साथ एक्सरे, अल्ट्रासाउंड की भी व्यवस्था है। इस सीएचसी में अल्ट्रासाउंड सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, गुरूवार और शुक्रवार को रेडियोलोजिस्ट डॉ. राकेश सैनी द्वारा किया जा रहा है। बाकि के तीन दिन डॉ. राकेश सैनी रूड़की चिकित्सालय में अल्ट्रासांउड करते है। उनपर दोनों जगहों का कार्यभार है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ज्वालापुर में चिकित्सकों पर ओपीडी के साथ-साथ एमएलसी मेडिकल भी बनाने की जिम्मेदारी है।
डॉ. बुद्धियाल ने बताया कि ज्वालापुर का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अपने आप में बडा स्वास्थ्य केन्द्र है। जहां पर ज्वालापुर क्षेत्र समेत आसपास के लोगों की इस सीएचसी से ज्यादा उम्मीदे है। अगर हम जच्चा-बच्चा यूनिट की बात करें तो 12 बैड वाले इस यूनिट को भी दो महिला चिकित्सक डॉ. अर्चना सिंह और डॉ. नमित पुरी चिकित्सकों की कमी होने के बावजूद भी वह अच्छे से इस यूनिट को सम्भाल रही है।