दिव्यांग महिला ने की पीएमएस को हड्डी रोग विशेषज्ञ की शिकायत
पीएमएस ने शिकायत प बैठाई जांच, विकलांग व आयुष्मान कार्ड भी नाकारा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जिला अस्पताल में एक दिव्यांग महिला के पैर का आपरेशन करने के नाम पर 15 हजार लेने का मामला प्रकाश में आया है। जबकि महिला के पास विकलांग व आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद उसके उपचार के लिए बैड चार्ज से लेकर टेस्ट व आपरेशन फीस भी लिए जाने की बात भी सामने आ रही है। बताया जा रहा हैं कि पीडिता ने अपनी शिकायत जिला अस्पताल के पीएमएस को लिखकर की है। जिसपर पीएमएस ने महिला की शिकायत पर जांच बैठा दी है। जबकि हड्डी रोेग विशेषज्ञ का कहना हैं कि महिला से बाजार से इम्प्लांट मांगवाया गया था और टेस्ट चंदन लेब से फ्री कराये गये थे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार एक दिव्यांग महिला रूची पत्नी रमेश उम्र 35 वर्ष निवासी बहादराबाद हरिद्वार 27 मई 22 को घर में गिरने से पैर में फैक्चर होने पर उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंची। बताया जा रहा हैं कि महिला के जिस पैर में फैक्चर हुआ था उसी पैर से वह दिव्यांग हैं और उसी पैर का आपरेशन एक साल पूर्व जिला अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डाॅ. शिवम पाठक द्वारा किया गया था। महिला का आरोप हैं कि चिकित्सक ने आपरेशन करने से इंकार करते हुए उसको हाॅयर सेंटर एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया।

बताया जा रहा हैं कि महिला ने अनुरोध् किया कि एक साल पूर्व उनके द्वारा ही उसके पैर का आपरेशन उनके द्वारा ही किया गया था। इसलिए इस बार भी आपरेशन आप ही कर दो। आरोप हैं कि चिकित्सक ने आपरेशन के नाम पर महिला से 15-16 हजार का खर्च बताया। जिसपर महिला ने अपना विकलांग व आयुष्मान कार्ड होने की जानकारी दी। जिसपर चिकित्सक ने आयुष्मान कार्ड यूपी का बताते हुए उत्तराखण्ड में मान्य नहीं होने की बात कहते हुए नाकार दिया। महिला रूचि का कहना हैं कि उसने मजबूर होकर आपरेशन के लिए पैसा देने के लिए हामी भर दी। जिसपर चिकित्सक द्वारा 01 जून 22 को बुलाते हुए महिला से 15 हजार रूपये लेकर अस्पताल में भर्ती कर आपरेशन कर दिया।
महिला ने बताया कि चिकित्सक द्वारा आपरेशन से पूर्व टेस्टों व एक्सरे और ओटी फीस के कुल मिलाकर करीब 2,150 रूपये खर्च कराये। लेकिन 10 जून 22 को डिस्चार्ज करने के वक्त उससे 750 रूपये बैड चार्ज जमा करने को बोला। लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे, तब उसने चिकित्सक को पैसे न होने की बात कहते हुए पैसा देने से इंकार कर दिया। जिसपर चिकित्सक द्वारा पीएमएस के कार्यालय भेजकर फ्री कराने की बात कही। तब जाकर मामला खुलकर सामने आया। बताया जा रहा हैं कि पीडिता ने अपनी शिकायत पीएमएस को लिखकर दी हैं कि उसके पास विकलांग व आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद उससे आपरेशन के नाम पर पैसे लेने का आरोप लगाया है।
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पीएमएस डाॅ. सीपी त्रिपाठी ने बताया कि एक महिला ने शिकायत की हैं कि उसके पास विकलांग व आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद आपरेशन के नाम पर पैसे लिये जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि जबकि आयुष्मान कार्ड किसी भी प्रदेश का बना हो वह पूरे भारत में मान्य है। महिला की शिकायत पर जांच बैठा दी गयी है।
वहीं हड्डी रोग विशेषज्ञ डाॅ. शिवम पाठक ने बताया कि अस्पताल में इम्प्लांट न होने के कारण उसको आपरेशन के लिए इंकार कर दिया गया था। लेकिन उसके अनुरोध् पर महिला को आपरेशन में खुद इम्प्लांट का खर्च उठाने के लिए बोला गया था, जिसके लिए वह तैयार हुई। महिला से 15 हजार रूपये लेकर इम्प्लांट मांगा कर आपरेशन किया गया। और सारे टेस्ट चंदन लैब में फ्री कराये गये।
