
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की रिहाई को लेकर सर्वानंद घाट पर बैठे जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी और स्वामी अमृतानंद महाराज ने अहमदाबाद बम कांड के 38 दोषियों को मृत्युदंड और 11 को आजीवन कारावास की सजा सुनाये जाने पर संतोष व्यक्त करते हुए न्यायाधीश को साहस और कर्तव्यनिष्ठा के लिये साधुवाद दिया। उन्होंने इस निर्णय को अब तक इस्लामिक जिहादियों के हाथों से मारे गए निर्दोष हिन्दुओं और उनके परिवारजनों के जख्मो पर मरहम लगाने वाला बताया।
इन दोषी जिहादियों के मुकदमे लड़ने की जमीयते उलमाए हिन्द के मौलानाओं की घोषणा पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने कहा कि भारत सरकार को जमीयते उलमाए हिन्द को आतंकवादी संगठन घोषित करके इसके कर्ताधर्ताओं को जेल भेज देना चाहिये। जमीयते उलमाए हिन्द पूरे दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम धर्मगुरुओं का संगठन है। यह संगठन भारत मे आतंकवादी घटना करने वाले हर जिहादी का मुकदमा लड़ता है और अपने राजनैतिक संबंधों व धनबल का इस्तेमाल करके कानून की लचर व्यवस्था का लाभ उठाते हुए ज्यादातर जिहादियों को सजा से बचा लेता है।
उन्होंने हिन्दू समाज के धर्मगुरूओं से इनसे कुछ शिक्षा लेने का अनुरोध् करते हुए कहा कि एक ओर इस्लामिक धर्मगुरु हैं जो हत्यारो की पैरवी भी खुल कर करते हैं और दूसरी ओर हमारे धर्मगुरु हैं जो कभी भी संघर्ष करने वाले हिन्दुओं की कोई मदद नहीं करते। हिन्दुओं के बड़े बड़े धर्मगुरु अपने मंचो पर जमीयते उलमाए हिन्द के मौलानाओं को बुलाकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते हैं। उन्होंने हिन्दू समाज से ऐसे धर्मगुरुओं का बहिष्कार करने का आहवान किया। अमर बलिदानी मेजर आशाराम त्यागी सेवा संस्थान के अध्यक्ष नीरज त्यागी, महामंत्री अक्षय त्यागी, मुकेश त्यागी, संजय त्यागी व नरेंद्र त्यागी ने अपने कार्यकर्ताओं ने उनको अपना समर्थन दिया।