वर्ष 2012 की तुलना में सतपाल दुगने से अधिक मतों से हारे
कांग्रेस प्रत्याशी की हार ने अपनों पर खड़े किये सवाल
तीन राउड को छोड़ कर 10 राउड में ब्रहा्रचारी हारते रहे
शहर में बदलाव की सम्भावना पर भी हार पार्टी के लिए चिंता
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। हरिद्वार विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रहा्रचारी की हार पर उनके ही अपनों पर सवाल खडे हो रहे है। क्या यह माना जाए कि सतपाल की हार भीतरघात का नतीजा हैं?, अगर ऐसा हैं तो यह कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत ही चिंता का विषय है। जिसपर पार्टी के हाईकमान को मंथन की जरूरत है। इस बार सतपाल ब्रहा्रचारी की वर्ष 2012 से डबल सेे अधिक मतों से हार हुई है। जोकि कांग्रेस पार्टी व जनता के लिए चौकाना वाला परिणाम है। राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो कांग्रेस प्रत्याशी के संग शहर के दिग्गज कांग्रेसी नेताओं की फौज होने के बावजूद भी उनको हार का मुंह आखिर क्यों देखना पड़ा? जोकि कांग्रेस पार्टी के लिए गहरी चिंता का विषय है। इसको कांग्रेस पार्टी को बड़ी गम्भीरता से लेना होगा। कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रहा्रचारी की हार के बाद तो अब उन कांग्रेसी नेताओं पर भी उंगली उठने लगी हैं जो उनके साथ कदम से कदम मिलाकर उनको जिताने का दावा कर रहे थे।
राजनीतिक जानकारों का कहना हैं कि शहर के कांग्रेसी दिग्गज नेताओं के क्षेत्र से भी सतपाल ब्रहा्रचारी को मत नहीं पड़े और सतपाल को उनके क्षेत्र से भी हार का मुंह देखना पड़ा। कांग्रेस के दिग्गज नेता भले ही अपनी सफाई के लिए कुछ भी दलील दें, लेकिन चुनाव के परिणामों ने उनकी मंशा को साफ कर दिया हैं कि वास्तव में उन्होंने मन व दिल से सतपाल का साथ नहीं दिया।
राजनीतिक जानकारों को तो यहां तक कहना हैं कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन कौशिक के 15,242 मतों से रिकार्ड जीत ने सतपाल के साथ चुनाव में खडे कांग्रेसी दिग्गज नेताओं की चेहरे को भी बेनकाब कर दिया है। जबकि पहली बार वर्ष 2012 में भाजपा विधायक मदन कौशिक ने सतपाल ब्रहा्रचारी को 8,620 मतों से हराया था। लेकिन इस बार जनता के बीच भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के खिलाफ नाराजगी व जनता में बदलाव की सम्भावना को देखते हुए सतपाल की जीत तय मानी जा रही थी।
लेकिन विधानसभा चुनाव 2022 के आये परिणामों ने चौका दिया है। हरिद्वार विधानसभा सीट पर 13 राउड थे। मतगणना शुरू होते ही पहले राउड में भाजपा प्रत्याशी मदन कौशिक ने कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रहा्रचारी को 1,004 से पछाड़ने से शुरूआत की। लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रहा्रचारी ने दूसरे राउड में मदन से 1,181 से बढत हासिल की, जबकि तीसरे राउड में भी सतपाल ने 50 से बढत हासिल करना जारी रखा। लेकिन उसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रहा्रचारी भाजपा प्रत्याशी मदन कौशिक से पिछडते चले गये, लेकिन 9 वे राउड में सतपाल ने एक बार फिर मामूली 77 मतों से बढत ली। लेकिन उनकी यह बढत अन्तिम बढत रही, इसके बाद तो सतपाल ब्रहा्रचारी 13 राउड यानि अन्तिम तक पिछड़ते चले गये।
हरिद्वार विधानसभा सीट पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन कौशिक को कुल 52,760 मत मिले। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रहा्रचारी को कुल 37,518 मत मिले। भाजपा प्रत्याशी मदन कौशिक ने 15,242 मतों से कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रहा्रचारी को पराजित कर जीत हासिल की। हरिद्वार विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी लगातार मदन कौशिक से हर राउड में केवल 2,3 और 9 राउड को छोड कर पिछड़ते रहे। मतगणना के बीच में कांग्रेस प्रत्याशी मीडिया सेंटर भी पहुंचे, तो वह काफी थके व मानसिक रूप से परेशान देखे जा रहे थे। उनके साथ शहर का कोई दिग्गज कांग्रेसी नेता नहीं था। जहां पर सतपाल ब्रहा्रचारी कुछ देर मीडिया कर्मियों से बात कर वहां से चले गये।

