
पुलिस दोनों ओर से क्रास मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुटी
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। ज्वालापुर पुलिस ने मयूर विहार कॉलोनी में गेट लगाने के प्रकरण में दूसरे पक्ष की ओर से भी दो परिवार के सात लोगों समेत आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बता दें कि पुलिस इससे पूर्व एक परिवार की बेटी की तहरीर पर बिल्डर पक्ष के 10-15 अज्ञात लोगों पर संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर चुकी है। गेट प्रकरण मामले में बिल्डर के चालक की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने दोनों ओर से क्रास मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
कोतवाली ज्वालापुर पुलिस के अनुसार बिल्डर सतीश त्यागी के चालक मोनू कुमार निवासी लोधामंडी, ज्वालापुर की ओर से कोतवाली ज्वालापुर में तहरीर देकर शिकायत की है। शिकायत में कहा गया हैं कि मयूर विहार, निकट सोंधी नर्सिंग होम, आर्यनगर में रहने वाले स्थानीय लोगों ने गली के बाहर सुरक्षा के मद्देनजर गेट लगाने का निर्णय लिया था। 12 जुलाई को लोग गली के बाहर एकत्र होकर इस संबंध में विचार-विमर्श कर ही रहे थे, तभी संदीप अरोड़ा अपने पुत्र जतिन, पत्नी मोनिका, पुत्री आयुषी, भाई सचिन अरोड़ा, परमानंद पोपली व उनकी पत्नी गीता समेत करीब 10-12 लोगों के साथ वहां पहुंचे।
आरोप हैं कि सभी ने पहुंचते ही गाली-गलौज शुरू कर दी और गेट लगाने पर जान से मारने की धमकी देते हुए झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दी। आरोप हैं कि अगले दिन यानी 13 जुलाई की दोपहर को जब वह मयूर विहार कॉलोनी से कार से गुजर रहा था, तभी संदीप अरोड़ा, मोनिका, आयुषी, सचिन अरोड़ा और परमानंद पोपली व गीता पोपली ने उसे देखते ही कार की चाबी निकाल कर गाली गलोच करते हुए मारपीट की गई। शोरगुल सुनकर अन्य लोगों ने बीच-बचाव कर किसी तरह उसे छुड़ाया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर पुलिस ने संदीप अरोड़ा समेत सात लोगों को नामजद करते हुए एक अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने दोनों ओर से क्रॉस दर्ज हो जाने के बाद जांच शुरू कर दी है।