
मानव तस्करी गिरोह के सरगना समेत 06 गिरफ्तार, सरगना की पत्नी फरार
नौकरी दिलाने के बहाने नाबालिक बहनों को दिल्ली से सरगना हरिद्वार लाया
आरोपी दम्पति ने दोनों को संजय नगर, टिबड़ी में किराये के मकान में रखा था
दोनों बहने परिजनों की डांट से नाराज होकर प्रयागराज से पहुंची थी दिल्ली
प्रयागराज थाने में हैं दोनों की गुमशुदगी दर्ज, पुलिस व परिजन हरिद्वार पहुंचे
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। एंटी हा्रयूमन ट्रैफिकिंग सेल ने मानव तस्करी गिरोह का भंडाफोड करते हुए दो नाबालिक सगी बहनों को गिरोह के चुंगल से मुक्त कराते हुए सरगना समेत छः लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि सरगना की पत्नी टीम को चकमा देकर फरार होने में कामयाब रही। दोनों बहनों को दिल्ली से नौकरी का झांसा देकर हरिद्वार लाया गया था। जिनको सरगना दम्पति ने संजय नगर, टिबड़ी में अपने किराये के मकान में रखा गया था। जहां से सरगना दम्पति दोनों बहनों को सजा संवार कर उनका सौदा करने का प्रयास कर रहे थे।
एएचटीयू ने आरोपियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं मे मामला दर्ज कर कोतवाली रानीपुर पुलिस के हवाले किया गया है। जिनको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। मानव तस्करी का खुलासा करने वाली टीम को उनकी ओर से पांच हजार इनाम देने की घोषणा की गयी है। पुलिस ने मानव तस्करों से 06 मोबाइल बरामद करते हुए मानव तस्करी में इस्तेमाल की जा रही संट्रो कार को सीज किया है। घटना का खुलासा एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोभाल ने मंगलवार को रोशनाबाद स्थित पुलिस कार्यालय सभागार में पत्रकार वार्ता के दौरान किया।

उन्होंने बताया कि सूचना मिली कि संजय नगर, टिबड़ी कोतवाली रानीपुर हरिद्वार क्षेत्र में किराये पर रहने वाला एक दम्पति दो नाबालिग बहनों को बेचने का प्रयास कर रहा है। इस सूचना को गम्भीरता से लेते हुए उनके द्वारा एंटी हा्रयूमन ट्रैफिकिंग सैल को तत्काल कार्यवाही करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिये। एंटी हा्रयूमन ट्रैफिकिंग सैल ने मुखबिर की निशानदेही पर संजय नगर में छापा मारकर किराये पर रह रहे मानव तस्करी गिरोह के सरगना आलोक पुत्र सुरेश चंद्र शुक्ला निवासी ग्राम काली देवी मौहल्ला निकट रेलवे स्टेशन थाना गुमना जिला फरुखाबाद हाल संजय नगर टिबड़ी रानीपुर हरिद्वार को दबोच लिया।
एसएसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान सरगना आलोक ने जानकारी दी कि उसकी पत्नी दोनों बहनों का सौदा करने के लिए चंडीघाट चौक पर गयी है। इस जानकारी पर टीम ने सरगना को साथ लेकर चंडीघाट पर पहंुचकर एक कार में छापा मारकर नाबालिग बहनों का सौदा करते वक्त महिला समेत चार लोगों को दबोचते हुए दोनों बहनों को उनके चुंगल से मुक्त कराया। लेकिन सरगना की पत्नी पुलिस टीम की इस कार्यवाही के दौरान मौका पाकर टीम को चकमा देकर फरार होने में कामयाब रही। मानव तस्करी मंे जुड़े लोगों को कोतवाली रानीपुर लाया गया।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान नाबालिग बहनों को सौदा करने पहुंचे लोगों ने अपना नाम प्रवीण पुत्र जय भगवान निवासी ग्राम सलेमपुर झबरेड़ा थाना नागल जिला बिजनौर हाल बिहारी कॉलोनी जमालपुर कनखल हरिद्वार, पूजा पत्नी सतीश सकलानी निवासी थापा गली निकट ग्रीन वैली स्कूल सेलाकुई जिला देहरादून, रामकुमार पुत्र भीम सिंह निवासी ग्राम खेड़ी थाना दादरी जिला गोतमबुद्ध नगर हाल रेलवे फाटक गाजियाबाद, अनश पुत्र मेहबूब निवासी ग्राम पिथोड़ थाना किरतपुर तहसील नजीबाबाद जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश और अनवर अंसारी पुत्र सलीम अंसारी निवासी ग्राम पितोरा थामा कायम गंज जिला फरुखाबाद हाल जमालपुर कला कनखल बताया है।
कप्तान ने बताया कि दोनों बहने प्रयागराज की रहने वाली हैं, जोकि परिजनों की डांट से नाराज होकर टेªन में बैठकर दिल्ली पहुंच गयी था। जहां पर दोनों बहनांे को आलोक मिला और उनको अच्छी नौकरी दिलाने के बहाने हरिद्वार ले आया। आलोक अपनी पत्नी के साथ हरिद्वार में लम्बे समय से अलग-अलग स्थानों पर किराये पर रहा था। लेकिन संजय नगर, टिबड़ी में मानव तस्करी से जुडा दम्पति 15-20 दिन पूर्व ही किराये पर आया था। दम्पति दोनों बहनों को सजा संवार कर उनकी फोटो खिंचकर व्हाट्सएप ग्रुप में डालकर उनका सौदा करने का प्रयास कर रहा था।
उन्होंने बताया कि जिसकी जानकारी पुलिस को लगते ही दोनों बहनों को बेचने से पूर्व ही मानव तस्करी गिरोह का भंडाफोड करते हुए महिला समेत छः लोगों को दबोच लिया। पूछताछ में पता चला हैं कि मानव तस्करी गिरोह का सरगना दम्पति पूर्व में भी गरीब लड़कियां व महिलाओं को गिरोह के सदस्यों को बेच चुका है। गिरोह के सदस्य लड़कियों व महिलाओं को आगे सौदा कर देते थे या फिर मोटी रकम लेकर उनकी शादी करा देते थे।
उन्होंने बताया कि पीडित बहनों के परिजनों से सम्पर्क किया गया तो मालूम हुआ कि दोनों बहनों के लापता होने पर प्रयागराज थाने में उनकी गुमशुदगी दर्ज करायी गयी है। नाबालिग बहनों की सकुशल बरामद होने की सूचना पर प्रयागराज थाने की पुलिस किशोरियों के परिजनों के साथ हरिद्वार पहुंच चुकी है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सम्बंधित धारओं में मामला दर्ज कर लिया। जिनको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। पुलिस फरार सरगना की पत्नी की तलाश कर रही है। मानव तस्करी का खुलासा करने वाली टीम को उनकी ओर से पांच हजार के इनाम की घोषणा की गयी है।
पत्रकार वार्ता के दौरान एएचटीयू सीओ जूही मनराल, एएचटीयू प्रभारी निरीक्षक राकेन्द्र कठैत, उपनिरीक्षक जयवीर सिंह रावत, हैंड कांस्टेबल राकेश कुमार, कांस्टेबल बलवंत, विमल, महिला कांस्टेबल दीपा कल्याणी, रेशमा सुल्ताना और आरती मौजूद रही।