वर्ष 2020 के तत्कालीन डीएम व वीसी के वापस मूल विभाग में कार्यमुक्त आदेश भी ठंडे बस्ते में
राजनीति आंकाओं के संरक्षण के चलते दिखा रहा उच्चाधिकारियों के आदेशों को ठेगा
सरकार की योजनाओं में शामिल होना बताकर नहीं किया जा रहा रिलिव
एई की कार्यशैली को लेकर एचआरडीए कार्यालय के बाहर हो चुके प्रदर्शन
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। हरिद्वार-रूड़की विकास प्रधिकरण के एक चर्चित एई का स्थान्तरण के बाद भी उसको रिलिव ना करना कही ना कही एचआरडीए के अधिकारियों को कठघरे में खड़ा कर रहा है। जिसको लेकर शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है। एई को रिलिव ना करने के पीछे विभाग की आखिर क्या मजबूरी है। इस बात की सही जानकारी तो नहीं लग पाई हैं, लेकिन एचआरडीए उपाध्यक्ष की माने तो सरकार की योजना में एई शामिल है और योजना पर कार्य प्रगति पर चल रहा है। इसलिए उनको रिलिव नहीं किया जा रहा है। लेकिन करीब एक सप्ताह के बाद उनको रिलिव करने की बात कही जा रही है।
वहीं पर एई पर लगे आरोपों की जांच शासन सचिव स्तर पर की जाने की बात कही जा रही है। सवाल उठता हैं कि एई को एक सप्ताह बाद भी रिलिव किया भी जाएगा या नहीं, कहा नहीं जा सकता। क्योंकि वर्ष 2020 में तत्कालीन तेज तर्रार डीएम व वीसी रहे एक अधिकारी ने चर्चित एई के खिलाफ तलख टिप्पणी करते हुए उन्हें वापस मूल विभाग में एचआरडीए से कार्यमुक्त करने के आदेश तीन साल पूर्व दिये थे। लेकिन आज तक उन आदेशों का पालन नहीं कराया जा सका है। इस बात से समझा जा सकता हैं कि चर्चित एई को किसी राजनैतिक नेता का संरक्षण प्राप्त है।
बताते चले कि पंकज पाठक सहायक अभियंता सिचांई विभाग उत्तराखण्ड से एचआरडीए में उत्तराखण्ड शासन आवास अनुभाग-2 प्रतिनियुक्ति आदेश पर 18 फरवरी 2019 को की गयी थी। जिसके बाद एई पंकज पाठक 26 फरवरी 2019 से कार्यरत चले आ रहे है। आरोप हैं कि एई पंकज पाठक हमेशा अपनी कार्यशैली को लेकर चर्चाओं में रहे है। जिसको लेकर उनपर कई गम्भीर आरोप भी लगे। आरोपों को लेकर लोगों द्वारा उनकी कार्यशैली से नाराज होकर एचआरडीए कार्यालय के बाहर आक्रोश प्रकट करते हुए प्रदर्शन भी किया गया।
बताया जा रहा हैं कि वर्ष 2020 में जनपद हरिद्वार के तत्कालीन तेज तर्रार डीएम व एचआरडीए उपाध्यक्ष दीपक रावत भी एई पंकज पाठक की कार्यशैली को लेकर अपनी नाराजगी जता चुके थे। बताया जा रहा हैं कि जिन्होंने कई बार एई पंकज पाठक को अपनी कार्यशैली में सुधार लाने के चेताया गया। लेकिन उसके बावजूद भी एई पंकज पाठक द्वारा कार्यशैली में परिवर्तन ना कर पाने पर आखिर डीएम व एचआरडीए उपाध्यक्ष दीपक रावत द्वारा 24 जुलाई 2020 को एई पकंज पाठक पर तलख टिप्पणी करते हुए उनको तत्काल एचआरडीए से वापस उनके मूल विभाग सिंचाई विभाग उत्तराखण्ड में कार्यमुक्त करने के आदेश दिये थे। लेकिन आज तक जिलाधिकारी व एचआरडीए उपाध्यक्ष के आदेशों का पालन नहीं कराया जा सका है।
चर्चित एई पंकज पाठक जनपद के अभी तक सब से तेज तर्रार रहे डीएम व एचआरडीए उपाध्यक्ष दीपक रावत के आदेशों को ठेगा दिखाते हुए तीन साल बाद भी एचआरडीए में एई पद पर जमे हुए है। हाल ही में 18 जुलाई 23 को शासन स्तर पर 05 सहायक अभियंताओं के स्थान्तरण किया गया है। जिनमे एचआरडीए एई पंकज पाठक का नाम भी शामिल है। जिनको एचआरडीए से झील विकास प्राधिकरण नैनीताल स्थान्तरित किया गया है। लेकिन शासन के आदेश के एक सप्ताह बाद भी एई पंकज पाठक को स्थान्तरण स्थल पर रिलिव नहीं किया गया हैं, आज भी वह एचआरडीए में एई पद पर तैनात बने हुए है। जिसको लेकर शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
इस सम्बंध में एचआरडीए उपाध्यक्ष अंशुल सिंह से सम्पर्क कर एई पंकज पाठक का स्थान्तरण झील विकास प्राधिकरण नैनीताल में हो जाने के बाद भी रिलिव ना करने के सम्बंध में जानकारी लेने का प्रयास किया तो उन्होंने बताया कि एई पंकज पाठक सरकार की योजना में शामिल है और योजना पर कार्य प्रगति पर चल रहा है। इसलिए उनको रिलिव नहीं किया जा रहा है। लेकिन करीब एक सप्ताह के बाद उनको रिलिव कर दिया जाएगा। जब उनसे एई पर लगे आरोपों की जानकारी चाही से उन्होंने बताया कि आरोपों की जांच शासन सचिव स्तर पर की जा रही है।
