
■रैली में हिन्दूवादी संगठनों समेत संतों ने लिए भारी संख्या में हिस्सा
■हिन्दुओं की सुरक्षा को लेकर प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन भेजा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। बांग्लादेश में लगातार हिंदूओं की हो रही हत्या के विरोध में आज लोके जागरण मंच की ओर से हरिद्वार में ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज से आर्यनगर चौक तक हिंदू आक्रोश रैली निकाली गयी। जिसका आयोजन शहर के प्रसिद्ध चार्टर्ड अकाउंटेंट अनिल वर्मा द्वारा किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में संत-महात्माओं, सामाजिक संगठनों तथा हिंदूवादी सोच रखने वाले संगठनों, महिलाओ ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
हिन्दू आक्रोश रैली में शामिल हजारों लोग के हाथों में भारत माता की जय, वंदे मातरम के उद्घोष के साथ सभी हिंदू बांग्लादेश सरकार होश में आओ ,बांग्लादेशी हिंदुओं पर अत्याचार बंद करो , नारियों का सम्मान करो, पीड़िता को न्याय दो ,बलात्कारीयो को फांसी दो ,दोषी अधिकारी को सजा दो, कट्टरपंत के नाम पर हिंसा क्यों , हिंदू बचाओ- राष्ट्र बचाओ, नारी शक्ति का अपमान-नहीं होने देगा हिंदुस्तान, जैसे नारों से लिखी तख्तीयां लिए हुए थे।
इस अवसर पर पुलिस को भी व्यवस्था से संभालनी पड़ी , आक्रोश रैली ऋषिकुल अस्पताल से प्रारंभ होने के बाद मालवीय चौक ,परशुराम चौक ,शंकराचार्य चौक, शंकर आश्रम , तहसील परिसर होते हुए आर्यनगर चौक पहुंची, जहां आक्रोश रैली एक सभा में परिवर्तित हो गई। जिसकी अध्यक्षता श्री चेतन ज्योति आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने की। मुख्य रूप से बाबा हठयोगी महाराज ने सभा को संबोधित करते हुये कहा कि सब हिंदुओं के संगठित होने का समय आ गया हैं।
सरदार परमिंदर सिंह ने कहा कि अमानवीय व्यवहार पृथ्वी पर किसी के भी साथ नही होना चाहिये। योगी आशुतोष महाराज ने कहा कि बांग्लादेश के कट्टर पंथियों में इंसानियत की सारी सीमाएं लांघ दी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नाम भेजे गये ज्ञापन पत्र को महन्त मानदास बाल्मीकि ने सबको पढ़कर सुनाया। आक्रोश रैली में दिनेश चंद्र शास्त्री, स्वामी छोटन दास ,महन्त रविदेव शास्त्री, महन्त गोविंद दास, स्वामी शिवम महन्त, स्वामी रविदेव शास्त्री, महन्त रवि प्रपन्नाचार्य, मनोज महन्त, योगी नवीन जोशी, स्वामी परमानंद, नितिन गौतम , सत्यनारायण शर्मा , राजेश रस्तौगी, कुशलपाल सिंह चौहान, अमित शर्मा, अंकित शर्मा , संजीव चौधरी , रोहित कुँवर, ज्ञानेश्वर ठकराल, गंगा पंत, गंगाधर पांडे आदि हजारों हिन्दू उपस्थित रहे।