
वन विभाग व राजाजी टाइगर रिजर्व के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। चीला के राजाजी टाइगर रिजर्व में दो हाथियों के बीच हुए संघर्ष में घायल टस्कर हाथी की देर रात मौत हो गयी थी। जिससे वन विभाग व राजाजी टाइगर रिजर्व अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। देहरादून में बैठे दोनों विभागों के आलाधिकारी हरिद्वार पहुंचे और घटना की जानकारी ली। बताया जा रहा हैं कि मृत हाथी का पोस्टमार्टम के पश्चात उसको दफनाया जाएगा। घायल हाथी के मौत की सही वजह का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही चलेगा। बताते चले कि मंगलवार की तड़केेे वन विभाग व राजाजी टाइगर रिजर्व अधिकारियों को सूचना मिली कि ठोकर नम्बर 01 के पास चिला के जंगल की ओर से गंगा पार करते हुए एक हाथी आबादी क्षेत्र सप्तद्धऋषि की ओर आ रहा है। सूचना पर डीएफओ नीरज शर्मा, रेंजर दिनेश नौडियाल और राजाजी टाइगर रिजर्व अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची। जिन्होंने देखा कि गंगा के रास्ते एक हाथी आबादी क्षेत्र में आने का प्रयास कर हा था। उसको वापस चीला के जंगल की ओर खदेड़ने के लिए ढोल नगाडे बजाया गया। लेकिन शोर सुनकर हाथी गंगा के बीच रूक गया और घण्टों वहीं खड़ा रहा। वन विभाग की टीम के हाथी को वापस भेजने के प्रयास नाकाम रहे। वन विभाग अधिकारियों ने चीला रेंज के अधिकारियों से सम्पर्क साध् कर मामले से अवगत कराया गया। तब जाकर पता चला कि देर रात को दो हाथियों के बीच भिड़त हुई थी। जिसमें एक टस्कर हाथी घायल होकर गंगा की ओर भाग गया था। वन विभाग के अनुसार टस्कर हाथी भिड़त में घायल हो गया था। इसलिए दोनों विभाग को बडी सावधानी से हाथी को कंट्राॅल कर वापस जंगल में भेजने के प्रयास में जुटे रहे। लेकिन बाद में अपने निजी हाथियों की मदद से गंगा से टस्कर घायल हाथी को बाहर निकाल लिया गया। राजाजी टाइगर रिजर्व व वन विभाग टीम घायल हाथी को समान्य होने की प्रतिक्षा में रहा। बताया जा रहा हैं कि घायल हाथी की रात को मौत हो गयी। जिसकी जानकारी मिलते ही देहरादून में बैठे राजाजी टाइगर रिजर्व और वन विभाग अधिकारियों में हड़कम्प मच गया और दोनों विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने मामले की जानकारी लेते हुए मृत हाथी को चीला ले जाया गया। जहां पर मृत हाथी का पोस्टमार्टम कराने के बाद दफनाये जाने की प्रक्रिया समाचार लिखे जाने तक की जा रही थी। जिला वन प्रभागीय अधिकारी नीरज शर्मा ने बताया कि चीला रेंज में दो हाथियों के बीच संघर्ष हुआ था। संघर्ष में घायल एक हाथी गंगा से होते हुए सप्तऋषि क्षेत्र में रेस्क्यू किया गया था। जिसकी देर रात उसकी मौत हो गई। चीला में हाथी का पोस्टमार्टम किया जा रहा है बाकी कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद चल सकेगा।