
गंगा में डूबे दोनों भाईयों का फोटो
गोताखोर टीम, पुलिस, ग्रामीणों ने ठोकर 10 से ठोकर 4 तक खंगाला
बच्चों के शव छोटी नगर में पहुंचे तो शव मिलने की उम्मीद
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। गंगा में डूबे दो भाईयों का दूसरे दिन भी कोई सुराग नहीं लग सका है। गोताखोर टीम, पुलिस और परिजन सहित प्राईवेट गोताखोर दोनों की तलाश में जुटे है। वहीं परिजनों को रो-रो का बुरा हाल है। घटना की जानकारी लगते ही गांव के अन्य लोग भी हरिद्वार पहुंच चुके है और बच्चों की तलाश में पुलिस व गोताखोर टीम का सहयोग कर रहे है। पुलिस का मानना हैं कि अगर शव छोटी नहर में जाते हैं तो शव मिलने के आसार है। अगर बडी गंगा की धार में पहुंच गये तो शव मिलना मुश्किल है। बताते चले कि बीते दिन पलवल हरियाणा के दो सगे भाई अंशुल उम्र करीब 12 वर्ष और दीपू उम्र करीब 14 वर्ष पुत्रगण सुरेश निवासी ग्राम जनोली पलवल हरियाणा ठोकर नम्बर 10 पर जल भरने के दौरान डूब गये थे। जिसकी सूचना पर पुलिस व गोताखोर टीम दोनों भाईयों की तलाश में देर शाम तक जुटी है। लेकिन दूसरे दिन भी डूबे भाईयों का कोई सुराग नहीं लग पाया। पुलिस के साथ गोताखोर टीम, ग्रामीण, प्राईवेट गोताखोर सहित परिजन गंगा में डूबे बच्चों की तलाश में जुटा हुआ है। गोताखोर टीम व पुलिस सहित अन्य लोगों ने ठोकर नम्बर 10 से लेकर ठोकर नम्बर 4 तक तलाशी अभियान चलाया, मगर कोई सफलता नहीं मिली। बच्चों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। घटना की सूचना मिलते ही गांव के अन्य ग्रामीण भी हरिद्वार पहुंच चुके है। जोकि पुलिस व गोताखोर टीम के साथ मिलकर बच्चों की तलाश में जुटे है। पुलिस का मानना हैं कि ठोकर नम्बर 10 से होते हुए निकलने वाली गंगा की धारा कुछ दूरी पर जाकर दो धाराओं में बंट रही है। एक छोटी नगर में जा रही है जोकि हरकी पौडी से होते हुए पथरी पावर हाउस तक पहुंची है। अगर बच्चों के शव छोटी नहर धारा में पहुंते है, तो बच्चों के शव मिलने की उम्मीद है। अगर बडी धारा में पहुंच गये, जोकि बिजनौर की ओर जा रही है। तब बच्चों के शव मिलना मुश्किल है। बता दे कि पलवल हरियाणा से करीब 35 लोगो का एक जत्था हरिद्वार स्नान के लिए बीती शाम हरिद्वार पहुंचा था। जोकि भोपतवाला क्षेत्र स्थित खिचड़ी आश्रम में ठहरा हुआ था। बताया जा रहा हैं कि जत्था बीते दिन हरकी पौडी स्नान कर हरिद्वार मन्दिरों के दर्शन कर दोपहर को आश्रम में आराम फरमा रहा था। इसी दौरान दो सगे भाई अंशुल उम्र करीब 12 वर्ष और दीपू उम्र करीब 14 वर्ष पुत्रगण सुरेश निवासी ग्राम जनोली पलवल हरियाणा अपने मामा के दो बेटों मीत उम्र करीब 13 वर्ष और प्रीत उम्र करीब 10 वर्ष पुत्रगण धर्मवीर निवासी ग्राम निशा चांद पलवल हरियाणा के साथ गंगाजलि में गंगा जल भरने के लिए आश्रम के समीप दूधिया बंध के पास स्थित ठोकर नम्बर 10 घाट पर गये। बताया जा रहा हैं तीन किशोर अंशुल, दीपू और मीत गंगाजलि भरने के लिए घाट पर पहुंचकर जल भरने लगे और प्रीत घाट पर ही खड़ा रहा। इसी दौरान गंगा जल भरते एक किशोर की गंगाजलि हाथ से छुट गयी और उसको पकड़ने का प्रयास में तीनों किशोर गंगा में डूब गये। घटना को देखते हुए प्रीत ने उनको बचाने के लिए शोर मचा दिया। बताया जा रहा हैं कि वहीं पर पेड के नीचे आराम फरमा रहे एक साधु केदारपुरी ने किशोर का शोर सुनकर मौके पर पहुंचा और डूबते किशोरों को बचाने के लिए गंगा में छलांग लगा दी। जिसने एक किशोर मीत को बचा लिया। लेकिन दो सगे भाईयों अशुंल व दीपू को नहीं बचाया जा सका था। रोड़ीबेल वाला चौकी प्रभारी ठाकुर सिंह रावत के अनुसार दूसरे दिन भी डूबे दोनों भाईयों का कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस ने गोताखोर टीम, ग्रामीणों व प्राईवेट गोताखोरों के साथ बच्चों को तलाशने के लिए ठोकर नम्बर 10 से ठोकर नम्बर 4 तक तलाशी अभियान चलाते खंगाला गया। लेकिन बच्चों का कोई सुराग नहीं लग सका है। घटना की सूचना पर बीती रात अन्य ग्रामीण भी हरिद्वार पहुंच चुके है।