
शादी में बुलाकर दोस्तों को छोड़कर बारात लेकर जाना पड़ा महंगा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। शादी में बुलाने के बाद दोेस्तों को छोड़कर बारात लेकर चले जाना और फोन पर दोस्तों को वापस अपने घर लौट जाना कहना दूल्हे को मंहगा पड़ गया। दोस्त ने अपने अधिवक्ता से दूल्हे को तीन दिन के भीतर सार्वजनिक क्षमा यचना करने तथा मानहानि के तौर पर पचास लाख रूपये देने का कानूनी नोटिस जारी कराया है।
वरिष्ठ अधिवक्ता अरूण भदोरिया ने बताया कि रवि पुत्र वीरेन्द्र निवासी आराध्या कॉलोनी बहादराबाद हरिद्वार का विवाह 23 जून को था, जिसको बारात लेकर धामपुर बिजनौर जाना था। दूल्हे रवि ने अपने दोस्त चन्द्रशेखर पुत्र स्व. मुसद्दीलाल निवासी देवनगर कनखल को कुछ शादी के कार्ड लिस्ट के साथ देते हुए कहा था कि उन लोगों को कार्ड देेकर अपने साथ बारात प्रस्थान स्थल पर लेकर समय पर पहुंच जाना। जब चन्द्रशेखर लिस्ट में लिखे दोस्तों को लेकर निर्धारित समय से पूर्व बारात प्रस्थान स्थल पर पहुंचा तो बारात पहले ही प्रस्थान कर चुकी थी।
जिसपर चन्द्रशेखर ने अपनेे दूल्हा बने दोस्त को फोन कर जानकारी ली तो दूल्हे ने बताया कि हम लोग निकल चुके हैं और आप लोग वापस घर लौट जाओ। शादी में बुलाने वाले दोस्त के इस व्यवहार को सुनकर चन्द्रशेखर समेत बारात में जाने के लिए पहुंचे दोस्तों को बहुत बुरा लगा। जिन्होंने चन्द्रशेखर को खरी खोटी सुनाई। जिसपर चन्द्रशेखर मानसिक डिप्रेशन में आ गया। दोस्तों ने चन्द्रशेखर से कहा कि रवि ने जान बुझकर उसकी मानहानि की है। जिसकी जानकारी चन्द्रशेखर ने दोबारा फोन कर दूल्हा बने दोस्त रवि को दी।
लेकिन रवि ने अपने दोस्त चन्द्रशेखर की पीड़ा को नहीं समझा और कोई क्षमा याचना नहीं की। मानसिक पीड़ा से परेशान होकर चन्द्रशेखर ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से एक कानूनी नोेटिस दूल्हे को भिजवाया है। नोटिस में कहा गया है कि तीन दिन के भीतर उसकी मानहानि के बाबत सार्वजनिक रूप से क्षमा याचना करें और मानहानि की बाबत चन्द्रशेखर को पचास लाख दिया जाना सुनिश्चित करें। यदि अनुपालन नहीं किया गया तो सक्षम न्यायालय के सक्षम वाद दायर किये जाने की बात कही गयी है।