
कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा करने का लगाया आरोप
मांगो का निस्तारण ना होने 12 मार्च को बडे आंदोलन की चेतावनी
लीना बनौधा
हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ ने कर्मचारियों की मांगों पर कोई कार्यवाही न करने पर नाराज संघ ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ लम्बे समय से कर्मचारियों की मांग को लेकर लगातार सम्बंधित अधिकारियों से मांग कर रहे है। जिनमें वर्दी भत्ता, वेतन में लगाया जाना, चिकित्सा प्रतिपूर्ति के बिलों के भुगतान में विलंब, वेतन विसंगति, कर्मचारियों को आवास ना देकर संविदा कर्मचारियों को बिना शासनादेश के आवास देना, जबकि महिला चिकित्सालय के कर्मचारियों के आवास टूटने के बाद भी आज तक कर्मचारियों के आवासों का आवंटन नही किया गया है। जबकि कर्मचारी कार्यालय पर दबाव बनाकर अपने आवास किराये पर दे रहे हैं लेकिन मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुछ भी करने को तैयार नहीं है, यात्रा भत्ता बिल प्री ओडिट हो रहे हैं, कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है मगर उनकी कोई सुनने वाला नही है। जिसकी सूचना जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और सभी पदाधिकारियों को दे दी गई है। जिलाध्यक्ष शिवनारायण सिंह, जिला मंत्री राकेश भंवर, महिला उपाध्यक्ष ममता ने कहा कि कर्मचारियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, इसलिये आंदोलन जरूरी है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष जीवन भगत, उपाध्यक्ष सिद्धार्थ, संयुंक्त सचिव उमेश ने संयुक्त रूप से कहा कि कर्मचारियों के कई मामले लंबित है पर कोई भी सुनने को तैयार नही है इसलिये आंदोलन जरूरी है। 08 मार्च से 10 मार्च तक कर्मचारी अपने अपने कार्यकाल में कार्य करते हुए काली फीती बांध कर विरोध प्रदर्शन करेंगे और 12 मार्च को कर्मचारी अपने उपस्थित पंजिका में हस्ताक्षर कर दो घंटे का कार्य बहिष्कार कर मुख्य चिकित्सा अधिकारी का घेराव करेंगे, अगर फिर भी मांगो का निस्तारण ना होने की दशा में वहीं से अग्रिम आंदोलन की घोषणा की जाएगी।