
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। भारत की लोक कलाओं को बचाने में संस्कार भारती का अहम् योगदान है देश की संस्कृति को आगे ले जाने का काम लोक कलाएं करती हैं। जब व्यक्ति कलाओं के प्रति जागरूक होगा तो हमारा समाज अपराध शून्य हो जायेंगा। कला व्यक्ति को ऊंचा उठाती है। यह बात संस्कार भारती के अध्यक्ष सतीश कुमार माथुर ने कही। संस्कार भारती के संगठन मंत्री रोशन लाल अग्रवाल ने कहा कि कलाएं पूरे समाज को एक सूत्र में जोड़ती हैं और परस्पर सदभावना बनाये रखती हैं। संस्कार भारती हरिद्वार मायापुर की वार्षिक आम बैठक में प्रदेश सचिव राजकुमार उपाध्याय ने कहा कि हमारा देश उत्सव प्रधान देश है। उत्सव अभिव्यक्ति है आनंद की, जिसकी वाहिकाएं हैं कला, कला सृजित होती हैं। संस्कृति से, संस्कृति का आधार है संस्कार और जिनका सिंचन करती है संस्कार भारती। कला के क्षेत्र में संस्कार भारती भारत का ही नहीं, विश्व का सबसे बड़ा संगठन है। संगीत, साहित्य, चित्रकला, मूर्तिकला, भू- अलंकरण, लोककला, प्रचीनकला और नाट्य में अनेक आयामों के साथ संस्कार भारती देश के प्रत्येक कोने में निरंतर गतिशील है। इस अवसर पर हरिद्वार नगर इकाई की घोषणा की गई जिसमें संरक्षक स्वामी रूपेंद्र प्रकाश महाराज, प्रेम चन्द शास्त्री, अध्यक्ष श्रीमती अंजली माहेश्वरी, उपाध्यक्ष संजय गुप्ता, डॉ हरीश चौहान, पूनम चौहान, रत्न सिंह मिश्रा मंत्री, अमन सीखोला, कोषाध्यक्ष रीमा गुप्ता, सह मंत्री वेदप्रकाश, प्रिया सिंह, तृप्ति माहेश्वरी, सयुंक्त सचिव व्यवस्था शगुन, महिला प्रमुख, अनिता, सुनीता, साहित्य प्रमुख कपिल पाल रंगोली प्रमुख डोली, संगीत प्रमुख कपिल धवन, नाट्य प्रमुख स्वाति, चित्रकला एवं नृत्य प्रमुख वैशाली बत्रा, मीडिया प्रमुख सुधा, संजय चौहान, गीत प्रमुख नेहा अग्रवाल, आई टी प्रमुख आकांशा मल्होत्रा, ललिता, सदस्य गगन जैन, राखी धवन, दीपक चावला, सोनिया अग्रवाल, नीरू अग्रवाल एवं विशेष आमंत्रित सुनील चौहान ( प्रान्त सह मंत्री संघठन) को मनोनीत किया गया है।