तीन गाड़ियों ने मौके पर पहुंच आग पर पाया काबू
दमकल विभाग ने खोखों से निकले पांच गैस सिलेण्डर
सिलेण्डरों के ब्लास्ट होने से हो सकती थी घटना भयावाह
शार्ट सर्किट से आग की सम्भावना से किया जा रहा इंकार
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कोतवाली नगर क्षेत्र रोडीबेलवाला में लोहों के खोखों में गुरूवार की तड़के अचानक आग लगने से हड़कम्प मच गया। सूचना पर दमकल विभाग की तीन गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर एक घंटे की मशकत के बाद आग पर काबू पाया। आग की चपेट में आने से पांच खोखे जल कर खाक हो गये। गनीमत यह रही कि आग की घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
दमकल विभाग ने जलते खोखों में रखे पांच गैस सिलेण्डरों को बाहर निकाला, वरना सिलेण्डर के ब्लास्ट होने पर घटना और भयावाह हो सकती थी और कई ओर खोखे आग की जद में आ सकते थे। लेकिन अभी तक आग लगने की सही वजह का पता चली चल सका है। शार्ट सर्किट की सम्भवना से दकमल विभाग अधिकारी ने साफ इंकार किया है। क्यों की आग लगने वाले खोखों में बिजली कनैक्शन ही नहीं था।
कोतवाली नगर क्षेत्र स्थित रोड़ीबेलवाला इलाके में गुरूवार की तड़के करीब 3 बजे लोहे के खोखें में अचानक आग लग गयी। घटना से क्षेत्र में हड़कम्प मच गया। बताया जा रहा हैं कि देखते ही देखते एक खोखे में लगी आग ने अन्य चार खोखों को अपनी चपेट में ले लिया। रोड़ीबेलवाला क्षेत्र में खोखों में लगी आग की सूचना मिलते ही मायापुर दमकल विभाग प्रभारी प्रताप सिंह राणा के नेतृत्व में दमकल विभाग की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने मे जुट गयी।
दमकल विभाग टीम ने बामुश्किल एक घंटे की मशकत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पाया। घटना में आग की चपेट में आने से पांच खोखे चलकर खाक हो गया। लेकिन दकमल विभाग टीम की सक्रियता के चलते खोखों में रखे चार बड़े गैस सिलेण्डर व एक छोटा गैस सिलेण्डर को बाहर निकाला। जिससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया। यदि गैस सिलेण्डर ब्लास्ट हो जाते तो घटना गम्भीर रूप ले सकती थी। दमकल विभाग की सुझबूझ से लाइन में रखे अन्य खोखों को आग की भेट चढ़ने से बचा लिया गया।
मायापुर दमकल विभाग प्रभारी प्रताप सिंह राणा ने बताया कि उनको सैट पर सवा तीन बजे आग लगने की सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर पहुंचकर एक घंटे की मशकत के बाद आग पर काबू पाया। दमकल विभाग की टीम ने आग लगे खोखों से भरे चार बड़े व छोटा गैस सिलेण्डर सावधानी से बाहर निकाला। अगर सिलेण्डर आग पकड़ लेते तो घटना भयावाह हो सकती थी और लाइन में रखे और खोखे भी चपेट में आ सकते थे।
उन्होंने आग लगने की कोई ठोस वजह तो नहीं बताई, लेकिन शार्ट सर्किट से आग लगने की सम्भावना से साफ इंकार किया है। क्यों कि जिन खोखों में आग लगी उनमें बिजली कनैक्शन नहीं था। उन्होंने सम्भावना जताई हैं कि खोखे का नीचे बेस लकड़ी का था, जिसके नीचे कूड़ा भरा होगा। जिसकारण किसी व्यक्ति ने जलती बीड़ी फैंक दी होगी, जिससे लकड़ी के बेस के नीचे कूडे ने आग पकड़ ली होगी और खोखों को अपनी चपेट में ले लिया होगा। लेकिन पुख्ता तौर पर आग लगने की वजह नहीं बताई जा सकती।
