
*अस्पताल से रिलिव हुए चिकित्सक डॉ. विकास की अन्तिम दिन 24 घंटे की भूख हड़ताल
*जिला अस्पताल को एमसीएच में शिफ्ट करने को लेकर चिकित्सक हैं अनशन पर
*आरोपः जिला अस्पताल प्रबंधन ने शासन को एमसीएच में शिफ्ट करने का प्रस्ताव नहीं भेजा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जिला अस्पताल हरिद्वार से रिलिव हुए चिकित्सक डॉ. विकास दीप अस्पताल परिसर स्थित अपने आवास के बाहर आज 24 घंटे की भूख हड़ताल पर रहे। जिन्हांेने अन्न के साथ-साथ आज जल भी त्याग दिया। बताते चले कि जिला अस्पताल को एमसीएच में शिफ्ट करने को लेकर चिकित्सक सोमवार से अनशन पर है। जिन्होंने अन्न त्याग कर नीबू पानी के सहारे पिछले तीन दिनों से अनशन पर रहे। डॉ. विकास दीप अंडर ट्रासफर होने के साथ-साथ जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं और संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों के हित की लड़ाई लड रहे है। जिला अस्पताल प्रबंधन की ओर से अनशन के दौरान ही चिकित्सक को उनके स्थान्तरण स्थल के लिए रिलिव कर दिया था। उसके बावजूद वह अनशन पर है।

चिकित्सक डॉ. विकास दीप ने बताया कि उनका स्थान्तरण पौडी हो चुका है। लेकिन वह चाहते हैं कि जिला अस्पताल की व्यवस्था दुरूस्थ रहे और संविदा कर्मचारियों का रोजगार भी बदस्तूर जारी रहे। लेकिन यदि जिला अस्पताल को महिला चिकित्सालय और मेला अस्पताल में शिफ्ट किया जाता हैं तो जिला अस्पताल में कार्यरत करीब 12-13 पीआरडी कर्मचारियों और 13 सफाई कर्मचारियों को बाहर का रस्ता दिखाया जा सकता है। जबकि कर्मचारियों के परिवार यही की नौकरी पर निर्भर है। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि जिला अस्पताल को महिला चिकित्सालय और मेला अस्पताल में शिफ्ट किया जाता हैं और उपरोक्त संविदा कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाता हैं तो निश्चित ही उनके परिवार के भूखे मरने की नौबत आ सकती है।
डॉ. विकास दीप ने कहा कि मैंने पौड़ी हॉस्पिटल में ज्वानिंग कर ली हैं और उनके अनशन का आज अन्तिम दिन हैं, इसलिए मैंने आज अपने अनशन को भूख हड़ताड में तब्दील कर दिया है। बिना अन्न व जल के वह 24 घंटे तक अपने आवास के बाहर बैठकर अनशन करेगें और कल से वह अपना अनशन समाप्त कर देगें। उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रबंधन ने शासन को जिला अस्पताल को एमसीएच में शिफ्ट करने का प्रस्ताव नहीं भेजा गया, जिसका मुझ को बेहद दुख है।