
आरोपियों से 315 बोर के दो तमंचे, जिंदा कारतूस व बाइक बरामद
गिरफ्रतार पौडी जेल में बंद वाल्मिकी के शूटर बताये जा रहे
जेल में बंद कुख्यात के इशारे पर चल रहा है नेटवर्क
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। ज्चालापुर के प्राॅपर्टी डीलर से एक करोड़ की रंगदारी मामले में पुलिस ने शूटर समेत दो बदमाशों को गिरफ्रतार किया है। जिनके पास से पुलिस ने 315 बोर के दो तमंचे व एक जिंदा कारतूस बरामद किया है। आरोपियों से पुलिस ने रैकी में इस्तेमाल बाइक भी रिकवरी की है। पुलिस ने आरोपियों के खिलापफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर मेडिकल कराने के पश्चात न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उनको जेल भेज दिया गया है। जबकि रंगदारी मामले में पुलिस तीन बदमाशों को पूर्व में गिरफ्रतार कर जेल भेज चुकी है। गिरफ्रतार किये गये बदमाश पौडी जेल में बंद कुख्यात नरेन्द्र वाल्मिकी के शूटर बताये जा रहे है। वहीं पुलिस अल्मोड़ा जेल में बंद कुख्यात कलीम को वारंट बी में लाने की तैयारी कर रही है। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया प्राॅपर्टी डीलर मोनू त्यागी से एक करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में फरार चल रहे शूटर सहित दो बदमाशों को मुखबिर की सूचना पर शिवमूर्ति तिराहे से गिरफ्रतार किया है। जिनमें हथियार उपलब्ध् कराने वाला भी शामिल है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 315 बोर के दो तमंचे व एक जिंदा कारतूस सहित रैकी में इस्तेमाल बाइक बरामद की है। पूछताछ के दौरान बदमाशों ने अपना नाम निशांत वर्मा उर्फ सुनार पुत्र धीरज वर्मा निवासी सैनिक काॅलोनी चाव मंडी गंगनहर रुड़की और सागर चौहान पुत्र अमर राज चौहान निवासी चाव मंडी रुड़की बताया है। निशांत वर्मा उर्फ सुनार गढ़वाल जेल में बंद कुख्यात नरेंद्र वाल्मिकी के लिए काम करता है, जबकि सागर चौहान ने आरोपितों को हथियार उपलब्ध् करवाए थे। कुख्यात नरेंद्र वाल्मिकी व कलीम ने अपना एक नया नेटवर्क खड़ा कर रंगदारी मांगने के लिए जेल से ही अपने गुर्गों को निर्देशित करते हैं। कुख्यात नरेंद्र वाल्मिकी पहले सुनील राठी के लिए काम करता था, अब वह कलीम के साथ मिलकर अपना गैंग चला रहा है। आरोपितों से पूछताछ करने के बाद दोनों को मेडिकल कराने के पश्चात न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उनको जेल भेज दिया। पुलिस अल्मोड़ा जेल में बंद कुख्यात कलीम को वारंट बी में लाकर पूछताछ करेगी। जबकि रंगदारी मामले में पौडी जेल में बंद नरेंद्र वाल्मिकी का भी नाम भी सामने आया है। पुलिस रंगदारी मामले में तीन बदमाशों को पूर्व में गिरफ्रतार कर जेल भेज चुकी है।
पूर्व में शूटर सहित तीन बदमाश हो चुके है गिरफ्रतार
आरोपियों से हुए थेे तीन तमंचे व जिंदा कारतूस बरामद
आर्य नगर ज्वालापुर स्थित प्राॅपर्टी डीलर मोनू त्यागी के मकान के पास 07 सितंबर की रात को बाइक सवार दो अज्ञात बदमाशों ने फायरिंग करते हुए खौफ पैदा कर दिया था। घटना के दो दिन बाद प्राॅपर्टी डीलर मोनू त्यागी ने ज्वालापुर में तहरीर देकर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया था। इसी बीच प्राॅपर्टी डीलर मोनू त्यागी के मोबाइल पर अज्ञात नंबर काॅल आया, काॅलर ने प्राॅपर्टी डीलर से एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी गई और रंगदारी न देने पर हत्या करने की धमकी दी। पुलिस ने मोबाइल नम्बर को सर्विलांस पर लगाया गया, जिसकी लोकेशन सितारगंज उधमसिंह नगर की मिली। पुलिस ने फायरिंग करने वाले तीन बदमाशों को मुखबिर की सूचना पर गिरफ्रतार करते हुए खुलासा किया कि अल्मोड़ा जेल में बंद कुख्यात कलीम का शूटर है, बदमाशों की मुलाकात कुख्यात कलीम के साथ देहरादून जेल में हुई थी। वहीं पर प्राॅपर्टी डीलर मोनू त्यागी से एक करोड़ की रंगदारी मांगने की योजना बनी थी, दोहरे हत्याकांड में कुख्यात कलीम को आजीवन कारावास की सजा होने पर अल्मोड़ा जेल में स्थानांतरण कर दिया गया। योजना के तहत 07 सितंबर को कलीम के दो शूटर उत्तरी हरिद्वार में एक धर्मशाला में आकर ठहरे, जहां उनकी मुलाकात खड़खड़ी के रजत पुत्र राजेंद्र निवासी कोरा देवी बस्ती खड़खड़ी और निशू उर्फ बिजली पुत्र देवेंद्र निवासी रामगढ़ खड़खड़ी से हुई। योजना के अनुसार बाइक पर सवार होकर बदमाशों ने प्राॅपर्टी डीलर मोनू त्यागी की मकान के बाहर हवाई फायरिंग कर दहशत फैलाई थी। पांच दिन बाद प्राॅपर्टी डीलर के व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज आया कि अल्मोड़ा जेल में बंद कुख्यात कलीम को दो करोड रुपए की जरूरत है, लेकिन आप एक करोड़ की रकम जल्द उपलब्ध् करा दे, वरना जान से हाथ धो बैैठोगे। पुलिस ने रंगदारी मामले में दो शूटर समेत पांच आरोपितों को गिरफ्रतार कर लिया है, अब जेल में बंद कुख्यात कलीम को वारंट बी में लाने की तैयारी शुरू कर दी है।