डॉ. वेदांती के निधन से सभी अखाड़ों तथा संत समाज में शोक की लहर
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। राम जन्म भूमि न्यास के संस्थापक सदस्य, पूर्व सांसद अध्यात्म जगत की महान विभूति डॉक्टर रामविलास वेदांती का आज सवेरे रीवा (मध्य प्रदेश) में अचानक उनकी तबीयत बिगडने पर निधन हो गया है। उनके इस आकस्मिक निधन पर समस्त संत समाज व अखाड़ों में शोक की लहर व्याप्त हो गई।
श्री पंचदश नाम जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक तथा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरी गिरी महाराज ने उनके इस आकस्मिक निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा कि उनके निधन से एक संपूर्ण युग का अवसान हो गया है। उनके निधन से संपूर्ण आध्यात्मिक जगत तथा समस्त अखाड़ों में गहरा शोक व्याप्त है। उन्होंने कहा डॉक्टर रामविलास वेदांती अध्यात्म जगत के महान पुरोधा थे और आध्यात्मिक सामाजिक व राजनीतिक स्तर पर पूर्ण रूप से देश के लिए समर्पित थे। उनके निधन से अध्यात्म जगत को अपूर्णनीय क्षति पहुंची है। इस शून्य को भर पाना किसी भी प्रकार संभव नहीं है।
श्रीमंत हरि गिरि महाराज ने कहा उनके आकस्मिक निधन पर जूना अखाड़े की समस्त शाखाओं, मठों, मंदिरों व आश्रमों में विशेष शांति हवन व श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया जा रहा है ।16 दिसंबर को उनकी अयोध्या में अंतिम यात्रा में जूना अखाड़े सहित समस्त अखाड़ों के पदाधिकारी, वरिष्ठ संत भाग लेने पहुंच रहे हैं।
