यूकेडी जिला महामंत्री समेत दो गिरफ्रतार, लूट की रकम व जेवरात बरामद
युवकों ने कर्जा उतारने के लिए लूट की वारदात को दिया अंजाम
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। ज्वालापुर पुलिस और सीआईयू की सयुंक्त टीम ने दो दिन पूर्व दिनदहाडे चिकित्सक दम्पति को घर में बंधक बनाकर लूट की वारदात को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्रतार किया है। जिनमें एक आरोपी यूकेडी का जिला महामंत्री एवं चिकित्सक का परिचित निकला। जिन्होंने कर्ज उतारने के लिए लूट की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने लूट की लाखों की नगदी व सोने के जेवरात सहित वारदात में इस्तेमाल बाइक बरामद की है। जिनके खिलाफ पुलिस ने सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
ज्वालापुर क्षेत्र में हुई लूट की घटना का खुलासा डीआईजी एवं एसएसपी डाॅ. योगेन्द्र सिंह रावत ने सोेमवार को रोशनाबाद पुलिस कार्यालय सभागार में पत्रकार वार्ता के दौरान किया। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद भवन दयानन्द नगरी ज्वालापुर निवासी डाॅ. राजेन्द्र अग्रवाल आयुर्वेद के चिकित्सक है, जोकि घर पर ही अपना क्लीनिक चलाते है। जिनके पास 04 दिसम्बर की दोपहर को दो युवक पहुंचे। जिनमें एक युवक ने पेट में तकलीफ होने की बात कहते हुए उपचार करने की बात कही। इसी दौरान मौका पाकर एक युवक ने चिकित्सक की आंखों में लाल मिर्च का पाउडर डालकर उनको बाथरूम में बंद कर दिया और दूसरे ने उनकी पत्नी को भी अपने कब्जे में लेकर डरा धमका कर घर में रखी लाखों की नगदी व सोने के जेवरात को समेट लिया और वहां से दोनों फरार हो गये।
उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी कट्राॅल रूम को दी गयी। जहां से घटना की जानकारी कोतवाली ज्वालापुर को मिली। सूचना पर ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक चन्द्र चन्द्राकर नैथानी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। जिन्होंने पीडित दम्पति से घटना की जानकारी लेते हुए आलाधिकारियों को मामले से अवगत कराया। दिनदहाडे लूट की सूचना पर एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह, एएसपी एवं ज्वालापुर सीओ सुश्री रेखा यादव मौके पर पहुंचे। जिन्होंने पीडित दम्पति से घटना की जानकारी ली। चिकित्सक की पत्नी ने जानकारी दी कि दोनों बदमाश पूर्व में भी 29 नवम्बर की देर शाम को उनके घर पर आये थे। उस वक्त चिकित्सक विवाह समारोह में शामिल होने गये थे, इसलिए वह वापस लौट गये थे।
उन्होंने बताया कि घटना का अनावरण करने के लिए पुलिस की दो टीमों का गठन किया गया। जिसमें सीआईयू हरिद्वार को भी शामिल किया गया। पुलिस टीम ने चिकित्सक दम्पति से पूछताछ के दौरान घटना के सम्बंध् में अहम सुराग हाथ लगे। वहीं घटना स्थल के आसपास क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया। जिसमें बाइक सवार दो संदिग्ध् नजर आये। पुलिस टीम ने सीसीटीवी कैमरों में नजर आयी बाइक का सत्यापन कराते हुए बदमाशों को दबोचने की तैयारी शुरू कर दी।
डीआईजी ने बताया कि इसी दौरान पुलिस टीम को सोमवार की सुबह मुखबिर से सूचना मिली कि बताये गये नम्बर की बाइक पर दो संदिग्धों को एक्कड गांव में देखा गया है। इस जानकारी पर बिना वक्त गंवाये ज्वालापुर पुलिस और सीआईयू की सयुंक्त टीम ने मुखबिर के बताये गये स्थाना पर छापा मारकर बाइक सवार दोनों संदिग्धों को दबोच लिया। जिनको कोतवाली ज्वालापुर लाकर पूछताछ की गयी। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना नाम शहजाद पुत्र अशरफ निवासी निकट अली चौक सुल्तानपुर लक्सर हरिद्वार और राशिद अली पुत्र तसलीम उर्फ कालू निवासी निकट अली चौक सुल्तानपुर लक्सर हरिद्वार बताते हुए खुलासा किया कि उन्होंने ही 04 दिसम्बर की दोपहर को चिकित्सक दम्पति को बंधक बनाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही से लूट की 2 लाख 93 हजार की नगदी और सोने के जेवरात बरामद करते हुए वारदात में इस्तेमाल बाइक बरामद कर ली।
उन्होंने बताया कि पूछताछ में एक आरोपी शहजाद पुत्र अशरफ ने अपने को यूकेडी का जिला महामंत्री होना बताया हैं और चिकित्सक को पूर्व से जानने की बात भी कबूली है। इसके अलावा आरोपियों ने इस बात को भी कबूला हैं कि वह 29 सितम्बर की देर शाम को चिकित्सक के यहां पर पहुंचे थे, लेकिन वह किसी विवाह समारोह में गये थे। उस वक्त वह वापस लौट गये थे और दोबारा योजना के तहत 04 दिसम्बर को पहुंचकर अपने उर हुए कर्जे को उतारने के लिए लूट की वारदात को अंजाम दिया था। जिन्होंने अपनी बाइक शंकर आश्रम चौक के पास खडी की थी और वहां से चिकित्सक के घर पर पैदल गये और फिर वारदात को अंजाम देकर पैदल वापस लौट कर बाइक से फरार हो गये। पुलिस ने आरोपियों को मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। प्रेसवार्ता के दौरान एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, एएसपी एवं ज्वालापुर सीओ सुश्री रेखा यादव, क्राइम एसपी प्रंशात राय आदि मौजूद रहे।

