
रेड क्रास स्वयंसेवकों केे सहयोग को सराहना
सीमा बनौधा
हरिद्वार। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में कोविड—19 वैक्सीन के 11 सेन्टर बनाये गये हैं। जिसमे रोजाना कोविड—19 वैक्सीन फ्रन्ट लाइन वर्करस एवं विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों, वरिष्ठ नागरिकों एवं स्वयंसेवकों को वैक्सीन दी जा रही है। वैक्सीन सेंटरों पर इण्डियन रेडक्रास के सचिव डा0 नरेश चौधरी के नेतृत्व में रेडक्रास स्वयंसेवक बढ चढकर सहयोग किया जा रहा हैं।
उत्तराखण्ड स्वास्थय महानिदेशक डा0 तृप्ति बहुगुणा ने आज कोविड—19 वैक्सीन सेंटरों का निरीक्षण किया। डा0 बहुगुणा ने वैक्सीन सेन्टर के नोडल अधिकारी रेड क्रास सचिव डा0 नरेश चौधरी एवं चिकित्साधिकारी डा0 शादाब सिद्दकी को विशेष निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी लाभार्थी को कोई समस्या अथवा शंका है तो उसका निस्तारण मौके पर ही किया जाये तथा वैक्सीन लगने के उपरान्त लाभार्थी को अवलोकन कक्ष में अवश्य बैठाया जाये और उनका समुचित अवलोकन उपरान्त ही उन्हें भेजा जाये।
डा0 तृप्ति बहुगुणा ने कोविड वैक्सीन सेंटर नोडल अधिकारी रेड क्रास सचिव डा0 नरेश चौधरी तथा सेंटर पर बढ चढकर सहयोग कर रहे रेड क्रास स्वयंसेवकों की विशेष सराहना करते हुए कहा कि इस कोविड—19 वैश्विक महामारी के प्रथम दिन से ही और अब वैक्सीन लगवाने तक रेड क्रास की स्वास्थय विभाग के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सक्रिय सहभागिता रही है।
स्वास्थय महानिदेशक ने कोविड—19 वैक्सीन सेंटर पर उपस्थित वैक्सीन लगाने वाले लाभार्थियों से प्रतिपुष्टि भी ली जिसमें सभी ने सेन्टरस पर सहयोग करने वाले रेड क्रास स्वयंसेवकों के समर्पित सहयोग की प्रशंसा की। नोडल अधिकारी डा0 नरेश चौधरी ने अवगत कराया कि सेंटर पर अब द्वितीय डोस लगाने वालों की ज्यादा संख्या है जिसमें कुम्भ मेला फ्रन्ट लाइन वर्करस, पुलिस विभाग के अधिकारी, जवान तथा अर्द्ध सैनिक बलों के जवान एवं पत्रकार विशेष रूप से सम्मिलित हैं।
प्रथम डोस के लिये वरिष्ट नागरिकों मे भी विशेष उत्साह है। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य महानिदेशक के साथ अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा.एचडी शाक्या, डा0 पंकज जैन, डा0प्रवीन उपस्थित थे।
कोविड—19 वैक्सीन सेंटर पर रेड क्रास स्वयंसेवकों में डा0 वर्षा, डा0 अमिता, डा0 रोहित रावत, डा0 भावना जोशी, डा0 अंजली पनवा, डा0 रितु त्यागी, डा0 राधिका, डा0मोहर, डा0वैशाली, डा0ज्योति, डा0मनीष, डा0 स्वप्निल की विशेष रूप से सक्रिय सहभागिता कर रहे हैं।