डाॅ. पालीवाल को अगर रानीपुर विधानसभा से मिला टिकट
हरिद्वार सीट के दावेदारों सतपाल, अनिता व डाॅ. आलोक का क्या होगा?
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जनपद हरिद्वार की 11 विधनसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी हाईकमान किसी भी सीटों पर कोई निर्णय नहीं ले पायी है। जिनमें तीन सीटों कलियर, मंगलौर और भगवानपुर को छोड कर 8 विधनसभा सीटों पर अभी भी माथापची चल रही है। जनपद हरिद्वार में सबसे हार्ट सीट समझे जाने वाली सीट के प्रत्याशी का चयन रानीपुर विधानसभा सीट के प्रत्याशी से सीधे तौर पर जुडा देखा जा रहा है। राजनीतिक जानकारों की माने तो अगर रानीपुर सीट से कांग्रेस पार्टी किसी ब्रहा्रमण को चुनावी मैदान में उतारती है। तो हरिद्वार विधानसभा सीट पर सतपाल ब्रहा्रचारी, डाॅ. अलोक शर्मा और मेयर अनिता शर्मा जोकि प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं और ब्रहा्रमण कोटे से है की दावेदारी खटाई में पड़ सकती है। पार्टी को मजबूरन गैर ब्रहा्रमण कोटे के व्यक्ति को चुनावी मैदान में उतारना पड़ सकता है। वहीं अगर हरिद्वार विधानसभा सीट पर तीनों प्रबल दावेदारों में से किसी एक को टिकट मिलता हैं तो रानीपुर विधानसभा सीट पर डॉ. संजय पालीवाल को निराशा हाथ लग सकती हैं और राजवीर सिंह चौहान को टिकट मिलने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है। यही पूर्व मुख्यमत्री हरीश रावत भी चाहते है। इससे हरीश रावत एक तीर से दो निशाना साधने मे कामयाब होगे। एक तो अपने समर्थकों को टिकट दिलाने में और दूसरा प्रीतम सिंह को किनारा करने में। जानकारों की माने तो जनपद हरिद्वार विधानसभा सीटों पर पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह अपने-अपने समर्थकों के लिए टिकट मांगने के लिए आमने—सामने है।
बताया जा रहा हैं कि नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह जनपद हरिद्वार में तीन विधानसभा सीटों पर अपने समर्थकों के लिए टिकट मांग रहे हैं, लेकिन अब उन्होंने अपना पूरा ध्यान और ताकत रानीपुर विधानसभा सीट पर अपने प्रबल समर्थक डाॅ. संजय पालीवाल के लिए टिकट के लिए एडी चोटी को जोर लगा दिया है। रानीपुर विधानसभा सीट का सीधा सम्बंध् में हरिद्वार विधानसभा सीट के प्रत्याशी के चयन से माना जा रहा है। बताया जा रहा हैं कि अगर रानीपुर विधानसभा सीट से डाॅ. संजय पालीवाल को टिकट मिलता हैं तो स्वाभाविक हैं कि हरिद्वार विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी हाईकमान अपना प्रत्याशी ब्रहा्रमण कोटे से नहीं उतारेगी।
कांग्रेस पार्टी हाईकमान हरिद्वर विधानसभा सीट पर गैर ब्रहा्रमण दावेदारों पर विचार करेगी। जिनमें अनिल भास्कर और रविश भटिजा का नाम सामने में आ रहा है, वैसे तो ओर भी टिकट के दावेदार है। लेकिन अन्य का सोशल वर्क नगण्य माना जा रहा हैं, जिसकारण पार्टी कोई जोखिम नहीं उठाना चाहेगी। देखा जाए तो रानीपुर विधानसभा सीट पर प्रीतम सिंह के प्रबल समर्थक माने जाने वाले डाॅ. संजय पालीवाल के लिए टिकट पा लेना इतना आसान भी नजर नहीं आ रहा है। रानीपुर विधानसभा सीट पर प्रबल दावेदारों में डाॅ. संजय पालीवाल के सामने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के प्रबल समर्थक राजवीर सिंह चौहान भी टिकट लेने के लिए मैदान में डटे है। जिनको टिकट दिलाने के लिए हरीश रावत भी पूरा जोर लगा रहे है।
यह तो वक्त ही बातयेगा कि नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री आने चेहतों को टिकट दिला पाने में कितना सफल हो पाते है। लेकिन इतना तय हैं कि हरिद्वार विधानसभा सीट के ब्रहा्रमण कोर्ट के दावेदारों की सासे भी अटकी भी है। जिनमें सतपाल ब्रहा्रचारी हरीश रावत, जबकि मेयर अनिता शर्मा प्रीतम सिंह के समर्थक हैं और डाॅ. आलोक शर्मा एआईसीसी राष्ट्रीय प्रवक्ता है। हरीश रावत की पंसद हरिद्वार विधानसभा सीट पर सतपाल ब्रहा्रचारी और रानीपुर विधानसभा सीट पर राजवीर सिंह चौहान है।
