
चिकित्सकों पर जानलेवा करने वालो पर कड़ी कार्रवाई होः डॉ. संदीप टंडन
सरकार चिकित्सकों की सुरक्षा के प्रति कड़े कदम उठायेः डॉ. चंदन मिश्रा
चिकित्सक पर जानलेवा हमले से प्रदेशभर के चिकित्सकों में आक्रोश
घटना की कड़े शब्दों में निंदा कर हमलावरों की गिफ्तारी की मांग
इंमरजेसी में रात्रि ड्यूटी पर चिकित्सक डॉ. रोहित को बंधक बनाकर पीटा
चिकित्सक को गम्भीर हालत में देहरादून किया रेफर, हालत गम्भीर
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। चामोली के सीएचसी घाट में तैनात एक चिकित्सक पर हुए जानलेवा हमले को लेकर प्रदेश के सरकारी चिकित्सकों में भारी आक्रोश है। जिन्होंने घटना को घोर निंदा करते हुए हमलावरों को गिरफ्तार करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। घटना को लेकर प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ जनपद हरिद्वार इकाई ने जिला अस्पताल हरिद्वार में बैठक करते हुए घटना पर अपना रोष प्रकट करते हुए हमलावरो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
बैठक में प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ जनपद हरिद्वार अध्यक्ष डॉ. शशिकांत ने कहा हैं कि चमोली के घाट सीएचसी सेंटर इमरजेंसी में रात्रि में तैनात चिकित्सक डॉ रोहित चौहान पर ड्यूटी के दौरान 6 से 8 लोगो द्वारा स्टॉफ को इमंरजेेंसी से बाहर कर चिकित्सकों कमरे में बंद कर जमकर मारपीट कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। चिकित्सक डॉ. रोहित चौहान के सिर व शरीर पर गम्भीर चोटें आई है। जिसको उपचार के लिए देहरादून रेफर किया गया है। चिकित्सक पर जानलेवा हमला करने की घटना बेहद गम्भीर है। जिसको सरकार व शासन-प्रशासन को गम्भीरता से लेते हुए हमलावरों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि चिकित्सक को ड्यूटी के दौरान बंधक बनाकर जानलेवा हमला करने की घटना से प्रदेशभर के चिकित्सकों के भीतर दहशत का महौल है। चिकित्सक दहशत भरे माहौल में अपना कर्त्तव्यों को कैसे निभा पायेगेें, यह चिंता का विषय है। चिकित्सक अपने परिवार की परवाह किये बिना मरीजों की जान बचाने के लिए मरीजों की सेवा में जुटा रहता है, वहीं ऐसी खौफनाक घटनाए सामने आने पर चिकित्सकों के परिजनों में भी भय का माहौल पैदा हो गया है। इसलिए सरकार व शासन-प्रशासन को चिकित्सकों की सुरक्षा के प्रति ठोस कदम उठाने चाहिए। जिससे चिकित्सक बिना भय के अपने जिम्मेदारियों को निभा सकें।
बैठक में वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. संदीप टंडन ने कहा कि घाट सीएससी में चिकित्सक पर ड्यूटी के दौरान जानलेवा हमला बेहद गम्भीर घटना है। इस घटना को शासन-प्रशासन समेत सरकार को भी गम्भीरता से लेना चाहिए। चिकित्सक पर जानलेवा हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। जिससे ड्यूटी के दौरान चिकित्सकों पर हमला करने वालों को कड़ा सदेंश पहुंचे। चिकित्सकों पर जानलेवा हमला करने से पहले उनको दस बार सोचना पड़े।
बैठक में चिकित्साधिकारी डॉ. चंदन मिश्रा ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। सरकार समेत शासन-प्रशासन को हमलावरों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। चिकित्सक भय के वार्तावरण के कैसे अपनी ड्यूटी को अंजाम दे पायेगे। सरकार को भी चिकित्सकों की सुरक्षा के सम्बंध कड़े कदम उठाते हुए, उनकी सुरक्षा निश्चित की जानी चाहिए। जिससे चिकित्सक व उसके परिवार में किसी प्रकार का कोई भय ना हो।
बैठक में मुख्यरूप से डॉ. चंदन मिश्रा, डॉ. रामप्रकाश, डॉ. यशपाल तोमर, डॉ. अनमोल, डॉ. निशांत अंजूम, डॉ. हितेन जग्पागी, डॉ. आरबी सिंह, डॉ. रविन्द्र चौहान, डॉ. सुब्रोत अरोड़ा, डॉ. कौशिक, डॉ. एसके सोनी, डॉ. संदीप टंडन, डॉ. शशिकांत, डॉ. विकास दीप आदि मौजूद रहे।