दो सीटों पर भाजपा व कांग्रेस की प्रतिष्ठा दाव पर लगी
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जनपद हरिद्वार की 11 विधानसभा सीटों में दो सीटों ने जनता व राजनीतिक विश्लेषकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किये रखा। जिनमें हरिद्वार और ग्रामीण विधानसभा सब से हार्ट रही। हरिद्वार विधानसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी सतपाल ब्रहा्रचारी और चार बार से भाजपा विधायक प्रत्याशी मदन कौशिक आमने सामने रहे। शहर की जनता, कांग्रेस व भाजपा के लिए चुनाव काफी दिलचस्प रहा।
दोनों ही दलो के लिए हरिद्वार सीट पर जीत हासिल करना प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। कांग्रेस नशे और रोजगार को लेकर चुनावी मैदान में रही, तो वहीं भाजपा चार बार के विकास कार्यो व केन्द्र की विकास योजनाओं को भुनाने में जुटी रही। हरिद्वार विधानसभा सीट का चुनाव सतपाल ब्रहा्रचारी और मदन कौशिक के राजनीतिक भविष्य को भी तय करेगा।
इस बार हरिद्वार विधानसभा सीट पर चुनाव के इतिहास में बडी मात्रा में देशी व अंग्रेजी शराब का जखीरा पकड़ा जाना इस बात का सकेत था कि चुनाव को प्रभावित करने के लिए शराब का इस्तेमाल किया जाना था। लेकिन शराब किस राजनीतिक दल या कहे किस प्रत्याशी की थी, इसके सम्बंध में पुख्ता प्रमाण प्रशासनिक अधिकारियों को भी नहीं मिल सके है।
हरिद्वार सीट पर कांग्रेस व भाजपा की ओर से मतदान के बाद अपनी-अपनी जीत के दावे किये जा रहे है। लेकिन उनके दावे कितने सच साबित होगें यह तो 10 मार्च के दिन पता चल जाएगा। वहीं ग्रामीण विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री की बेटी अनुपमा रावत के आने जाने यह सीट भी हार्ट बन गयी।
जिनका मुकाबला भाजपा प्रत्याशी स्वामी यतीश्वरानदं से था। यहां पर भी दोनों ओर से अपनी-अपनी जीत के दावे किये जा रहे है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के लिए ग्रामीण सीट पर अपनी बेटी अनुपमा रावत को जीत हासिल कराना उनकी निजी प्रतिष्ठा से जुड़ गया है।
लेकिन इस सीट पर आप प्रत्याशी नरेश शर्मा ने भाजपा प्रत्याशी स्वामी यतीश्वरानंद की मुश्किले बढाये रखी। जिसको लेकर मतदान के पूर्व रात्रि को लेकर आप प्रत्याशी नरेश शर्मा और भाजपा प्रत्याशी स्वामी यतीश्वरानंद के समर्थकों के बीच विवाद भी सामने आया था। इसी विवाद के चलते स्वामी यतीश्वरानंद के समर्थक की ओर से आप प्रत्याशी नरेश शर्मा समेत समर्थकों पर कनखल में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
वहीं नरेश शर्मा की ओर से भाजपा प्रत्याशी स्वामी यतीश्वरानंद के समर्थकों पर घर में घुसकर गाली गलोच करते हुए तोड़-फोड़ कर अपनी व परिवार की जान को खतरा बताते हुए कनखल थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। राजनीतिक विश्लेषको की माने तो आप प्रत्याशी नरेश शर्मा के चुनाव में आने से कही न कही भाजपा को नुकसान होगा।
हरिद्वार और ग्रामीण विधानसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस की प्रतिष्ठा दाव पर है। वहीं सतपाल ब्रहा्रचारी और मदन कौशिक के लिए विधानसभा चुनाव 2022 में जीत-हार उनके राजनीतिक भविष्य को भी तय करेगा। देखना यह होगा कि कौन सा दल दोनों सीटों पर अपनी प्रतिष्ठा का बचाने में कामयाब होता है।
इतना तय हैं कि अगर हरिद्वार विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी मदन कौशिक को पटखनी देकर कांग्रेस प्रत्याशी जीत हासिल करते हैं तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार में बनने पर सतपाल ब्रहा्रचारी को मंत्री पद से नवाजा जा सकता है। अगर मदन कौशिक कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रहा्रचारी को हराने में कामयाब होते हैं, तो भाजपा में उनका कद भी बढेगा। देखते हैं कि 10 मार्च को एवीएम मशीन किस प्रत्याशी को विजयश्री दिलाती है।
