
वैदिक मंत्रोचार के बीच हवन व गुरुओ की पूजा के साथ हुआ शुभारम्भ
अनूप कुमार
हरिद्वार। तीर्थनगरी हरिद्वार में श्रवण नाथ नगर स्थित बाबा टहल दास भवन का दो दिवसीय वार्षिक स्थापना दिवस बड़े हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें विभिन्न राज्य से आए भक्तजनों ने भाग लिया। दो दिवसीय बाबा टहल दास के स्थापना दिवस पर वैदिक मंत्रोचार के साथ हवन व गुरुओ की पूजा कर आशीर्वाद प्राप्त शुभारंभ किया। इस अवसर पर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने श्री गुरु मंडल आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी भगवत स्वरूप महाराज तथा गरीबदास आश्रम के स्वामी हरिहरानंद महाराज व संतों का फूल मालाओं के साथ स्वागत कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया।

इस अवसर पर स्वामी भगवत स्वरूप महाराज ने कहा कि गुरु का स्थान सबसे ऊंचा है। गुरु ही ज्ञान देकर मनुष्य का मार्ग प्रशस्त करते है। बाबा टहल दास ट्रस्ट के सेवकों ने गुरु शिष्य परंपरा का निर्वाह करते हुए इस परंपरा को जारी रखा है। गुरु शिष्य यह परंपरा भारत-पाकिस्तान के विभाजन के पूर्व से चली आ रही है। गुरु शिष्य परंपरा का निर्वाह करते हुए डॉ अमरदास तथा विश्वनाथ विनायक व ज्ञानचंद कतियाल के अथक प्रयास द्वारा हरिद्वार व वृंदावन में गुरु के स्थान को स्थापित किया। उन्हीं का अनुसरण करते हुए उनके अनुयाई इस गुरु शिष्य परंपरा का निर्वाह करते चले आ रहे हैं।
इस अवसर पर मंच का संचालन करते हुए ट्रस्ट के सेक्रेटरी जनरल अविनाश विनायक ने कहा कि हम अपने गुरुओ के बताए रास्तों का अनुसरण करते हुए अपना जीवन सार्थक कर सकते हैं। हमारे गुरुओ को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनके बताए हुए मार्ग पर चलें और उनका अनुसरण करें। स्थापना दिवस अवसर पर भवन में आज प्रातः हवन के उपरांत रामायण भोग के बाद प्रसाद वितरण वह भंडारे का आयोजन किया गया।
समापन अवसर पर प्रधान साकेत आहूजा, सेक्रेटरी जनरल अविनाश विनायक एडिटर, जगदीश आहूजा तथा भवन मंत्री अनिल परुथी ने भवन में आए श्रद्धालुगणों का आभार व्यक्त कर धन्यवाद दिया। उत्सव अवसर पर चिन्योट भवन हरिद्वार के चेयरमैन विजय विनायक, उमेश खन्ना, राजीव विज सुधीर विनायक, सतपाल कत्याल आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।
पंडित राकेश उपाध्याय द्वारा हवन व रामायण पाठ वैदिक रीति से किया गया। आयोजन में प्रबंधक विकास शर्मा, श्रवण कुमार, अशोक त्रेहन, सुभाष खंडेलवाल, इंदर खंडेलवाल आदि का विशेष सहयोग रहा।