
स्कूल, कोंचिग सेंटरों के छात्रों सहित युवाओं को करेेगें जागरूक
नशे के खिलाफ अभियान में समाज के लोगों की भी लगे मदद
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। तीर्थनगरी में बढते नशे के कारोबार के खिलाफ अब शहर के जनप्रतिनिधियों ने एकजुट होकर अभियान छेडा है। जिसकी पहल काग्रेंस पार्षद अनुज सिंह ने करते हुए इस अभियान में भाजपा, निर्देलीय पार्षदों और स्कूल और कोंचिग सेंटर संचालकों को जोड़ते हुए अपने अभियान में तेजी लाने के सकेंत दिये है। लेकिन अभी तक नशे के कारोबार के खिलाफ अभियान को किसी बैनर का नाम नहीं दिया गया हैं मगर इस अभियान को बिना राजनैतिक धारा से जोड़े बच्चों व छात्रों के भविष्य को बचाने का सकंल्प लिया गया है। शहर में फैले नशे के कारोबार के नैटवर्क को तोड़ने के लिए जनप्रतिनिधियों सहित स्कूल व कोंचिग सेंटर संचालकों ने अपना हथियार जन जागरण को अपनाया है। जिसकी जानकारी पार्षद अनुज सिंह, कन्हैया खेवडिया, अनिल वशिष्ठ, पार्षद पति हाजी शाबुदीन अंसारी, स्कूल संचालक गौरव अग्रवाल, उड़ान कोंचिग सेंटर संचालक रविन्द्र शर्मा ने प्रेस क्लब हरिद्वार में पत्रकार वार्ता के दौरान देते हुए बताया कि नशे के कारोबार के खिलाफ उनका अभियान स्कूली बच्चों व कोंचिग सेंटर में पढ़ने वाले छात्रों को जागरूकता करने का होगा। इस अभियान के तहत नशे के दलदल में फंसे छात्रों व युवाओं को निकालने के लिए उनको जागरूक किया जाएगा और उसके दुष्परिणामों की भी जानकारी दी जाएगी। इसके लिए ऐसे छात्र व युवाओं जोकि नशे की गिरफ्रत में आ चुके है। उनके परिजनों व उनके मित्रों की भी मदद ली जाएगी। साथ ही नशें का नेटवर्क संचालित करने वाले लोगों का पर्दाफाश करते हुए उनके खिलाफ पुलिस कार्यवाही करें उसके लिए आलाधिकारियों से भी सम्पर्क कर स्थिति से अवगत कराया जाएगा। शहर के भीतर आज मेडिकल स्टोरों से नशे की दवा घडल्ले से बेची जा रही है। वहीं नशे के कारोबारी स्मैक को गली मौहल्लों व स्कूल के बाहर बेच रहे है। ऐसे नशे के कारोबारियों के खिलाफ कार्यवाही करायी जाएगाी। जिसमें आम जनता को भी सहयोग भी लिया जाएगा। पार्षद अनुज सिंह ने बताया कि उन्होंने नशे के खिलाफ अभियान तीन माह पूर्व शुरू किया था। जिसके तहत सुभाषनगर में दो मेडिकल स्टोरों द्वारा नशीली दवाओं को युवाओं व गरीब परिवार के लोगों सहित छात्रों को परोसा जा रहा था। जिसकी शिकायत पुलिस सहित स्वास्थ्य विभाग से की गयी थी। जिन्होंने सयुंक्त रूप से उक्त दोनों मेडिकल स्टोरों पर छापा मारकर रंगे हाथों नशीली दवा बेचते हुए पकडा था। जिनपर कार्यवाही करते हुए दोनों मेडिकल स्टोरों को सीज कर दिया गया था। उनके नशे कारोबार के खिलाफ अभियान को देखते हुए उनको जान से मारने की धमकी तक दी गयी। लेकिन वह किसी धमकी की परवाह किये बिना ही नशे के कारोबार के खिलाफ अपना अभियान जारी रखेगें। पंचपुरी में ऐसे मेडिकल स्टोरों के खिलाफ कार्यवाही करायी जाएगी, जोकि अपने आर्थिक लाभ के लिए युवाओं, छात्रों और गरीब तबके के लोगों के जीवन से खिलवाड कर रहे है।