
कलम के अमर सिपाही अश्वनी कुमार को किया याद
लीना बनौधा/ भावना गुप्ता
हरिद्वार । श्रवण नाथ नगर स्थित टहलदास भवन में कलम के अमर सिपाही अश्विनी कुमार की पहली पुण्यतिथि पर स्थानीय पत्रकारों द्वारा उन्हें भावभीनी श्रृद्धांजलि दी गयी और वक्ताओं ने अपने सम्बोधन में स्व. अश्विनी कुमार के चरण चिन्हों पर चलने के लिये पत्रकारों को आहवान किया। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रकाश चौहान ने कहा कि अश्विनी कुमार को मिशनरी पत्रकारिता अपनी विरासत में मिली थी। जिस प्रकार उनके दादा लाला जगत नारायण कभी ब्रिटिश हुकूमत से नहीं ड़रे थे व उनके पिता स्व. रमेश चन्द कभी खालिस्तानी आतंकवादियों से नहीं ड़रे थे। उसी प्रकार अश्विनी कुमार भी पंजाब केसरी में बेबाक लिखते रहे। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार संजय चौहान ने कहा कि स्व. अश्विनी कुमार जी ने पत्रकारिता को उसी प्रखता के साथ जारी रखा, जिसकी नींव पूजनीय अमर शहीद लाला जगत नारायण जी एवं अमर शहीद स्व. रमेशचंद जी ने रखी थी, साथ ही जिस जद्दोजहद को उन्होंने अपना सम्पादकीय धर्म बनाया था, उतनी ही जद्दोेजहद उन्होंने आत्मकथा लिखने में की थी, जिसके पढ़कर हम गर्व महसूस करते रहे। इस मौके पर पत्रकार जगदीश शर्मा देश प्रेमी ने कहा कि अश्विनी कुमार पत्रकारिता के क्षेत्र में हर दिल अजीज पत्रकार थे। देश के अधिकांश लोग उनका सम्पादकीय लेख पढने के लिये सुबह से ही बैचैन रहते थे। स्व. अश्विनी कुमार ने अपने जीवन काल में मिशनरी पत्रकारिता के शिखर को छू लिया था। उनका लेख आने वाले समय में पाठकों को झकझोरते रहेंगे। इस मौके पर सबसे पहले पत्रकारों ने उनके अश्विनी कुमार के चित्र पर पुष्प अर्पित करके उन्हें भावभीनी श्रृद्धंजलि दी। इस मौके पर वरिष्ठ छायाकार रामेश्वर गौड़, मुकेश वर्मा, रामनाथ, कपिल अरोड़ा, ऋषभ चौहान, घनश्याम, सुरेश, बलवीर सिंह चौहान, राहुल वर्मा, मेहताब आलम, मनीष कुमार, अमित कुमार, दीपक नौटियाल आदि पत्रकार मौजूद रहे।