
डीएम से लेकर प्रधानमंत्री तक न्याय के लिए लगा चुकी गुहार
आरोप हैं कि पटवारी ने उसकी पुश्तैनी भूमि पर कराया कब्जा
आरोपी पटवारी को ही सौपी उसके खिलाफ शिकायत की जांच
न्याय न मिलने की उम्मीद पर बेटियों सहित किया आत्महत्या का ऐलान
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जीरो टोलरेंस सरकार में एक पीडिता को पिछले कई सालों से अपनी पुश्तैनी भूमि पर अपने हक के लिए डीएम से लेकर प्रधानमंत्री तक गुहार लगाने के बाद भी उसको न्याय नहीं मिल पा रहा है। पीडिता ने एक पटवारी पर उसकी भूमि पर दूसरों को कब्जा दिलाने और उसके खिलाफ आवाज उठाने पर उसको धमकाये जाने का आरोप लगाया है। जीरो टोलरेंस सरकार में अधिकारियों और नेताओं से न्याय की गुहार लगाते हुए थक हारकर न्याय न मिलने की उम्मीद परर अब उसने अपनी दो बेटियों के साथ 30 दिसम्बर को आत्महत्या का ऐलान किया है। पीडिता कामिनी देवी पत्नी विक्रांत निवासी घुघाल रोड ज्वालापुर गुरूवार को प्रेस क्लब हरिद्वार में पत्रकारों से रूबरू हो रही थी। पीडिता ने कहा कि उसकी पुश्तैनी 33 बीघा कृषि भूमि जमालपुर कनखल हरिद्वार में है। जिसमें से 30 बीघा भूमि बेची गयी हैं, लेकिन तीन बीघा भूमि अभी भी उनके हक में है। आरोप हैं कि क्षेत्र के पटवारी तेलूराम ने अन्य लोगों के साथ सांठगाठ कर उनकी तीन बीघा भमि पर कब्जा करा दिया है। जिसकी शिकायत की गयी तो पटवारी उनकी सारी भूमि उसके ससुराल द्वारा बेचे जाने की झूठी जानकारी देकर गुमराह कर रहा है। जबकि उसके सम्बंध् में उसके पास प्रयाप्त प्रमाण है। मगर उन प्रमाणों को पटवारी द्वारा नजर अदांज किया जा रहा है। कामिनी देवी का आरोप हैं कि पटवारी तेलुराम उनको सीधे सीधे धमका रहा हैं कि उसकी शिकायत किसी से भी कर लो, कुछ होने वाला नहीं है। अगर उसकी शिकायत राज्यपाल से भी करोगी तो वहां से शिकायत जांच के लिए डीएम के पास आयेगी और डीएम से शिकायत जांच के लिए तहसीलदार के पास पहंचेगी, जहां से शिकायत जांच के धुम फिर कर उसी के पास आयेगी। अब तुम समझ लो कि उक्त भूमि के मामले में कुछ होने वाला नहीं है। पीडिता का कहना हैं कि उसने भूमि को उनके हक में कराने के लिए डीएम, मुख्यमंत्री, गृह मंत्री सहित प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर गुहार लगा चुकी है। प्रधानमंत्री की ओर से पुलिस के पास जांच आयी थी। जिसपर पुलिस ने उसको चौकी बुलाया गया था। जहां से मामला भूमि से सम्बंधित कहते हुए उसकी शिकायत पत्र को एडीएम के पास भेज दी गयी। जांच के लिए शिकायती पत्र पटवारी तुलेराम को सौपी गयी। जबकि शिकायत उसकी के खिलाफ थी। डीएम से लेकर प्रधनमंत्री तक गुहार लगाने के बाद भी उसको न्याय नहीं मिल पाया है। जिससे क्षुब्ध् होकर न्याय न मिलने की उम्मीद पर उसने डीएम, एसएसपी, मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारियों को अपनी दो बेटियों के साथ 30 दिसम्बर को आत्महत्या भरा पत्र भेजा है। पत्रकार वार्ता के दौरान पीडिता अपनी दो बेटियों सहित अन्य के साथ मौजूद रहे।