
एक दर्जन से अधिक पर शान्तिभंग में चालान
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। पुलिस ने शिरोमणि अकाली दल (अ) के नेतृत्व में एक दर्जन से अधिक सिखों को हरकी पौडी के पास प्रदर्शन करने से पूर्व ही गिरफ्रतार कर लिया। जोकि अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर धरना प्रदर्शन के लिए पहुंचे थे। जिनको पुलिस लाइन ले जाया गया। पुलिस ने उनके खिलाफ शांतिभंग में चालान किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शिरोमणि अकाली दल (अ) के नेतृत्व में एक दर्जन से अधिक सिख पुलिस की कार्यशैली से क्षुब्ध् होकर हरकी पौडी के समीप अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत पुलिस के खिलाफ ध्रना प्रदर्शन के लिए पहुंचे थे। जिसकी जानकारी लगते ही नगर कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शिरोमणि अकाली दल (अ) के पदाधिकारियों को समझाने का प्रयास किया गया। लेकिन नहीं मानने पर पुलिस ने बलदेव सिंह, जसपाल सिंह, अमरीक सिंह, अमनदीप सिंह, जल सिंह, निशान सिंह, परमजीत सिंह,सतविन्दर सिंह, गुरूप्रीत सिंह, जगजीत सिंह, प्रेमपाल सिंह, नमनदीप सिंह, नितिन, बलदेव सिंह और सुब्बा सिंह आदि को गिरफ्रतार कर लिया। जिनको पुलिस लाइन ले जाया गया। पुलिस ने सिखों के खिलाफ शांतिभंग का चालान किया है। नगर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह के अनुसार शिरोमणि अकाली दल (अ) के नेतृत्व में करीब एक दर्जन से अधिक सिख धरना प्रदर्शन कर क्षेत्र में शांतिभंग का प्रयास कर रहे थे। जिनको समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन नहीं मानने पर उनको शांतिभंग में गिरफ्रतार कर लिया। बताते चले कि शिरोमणि अकाली दल (अ) प्रदेश अध्यक्ष जगजीत सिंह व जिलाध्यक्ष सुब्बा सिंह ढिल्लों सहित अन्य सिखों ने प्रेस क्लब हरिद्वार में 14 सितम्बर को प्रेसवार्ता करते हुए ज्वालापुर और पथरी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए आरोप मढे थे कि ज्वालापुर पुलिस श्रीगुरू ग्रन्थ साहिब का अपमान करने वाली महिला को मुकदमा दर्ज होने के बाद भी गिरफ्रतार नहीं कर रही है। वहीं पथरी पुलिस द्वारा भी सिख युवक कुलबीर सिंह की हत्या के चार नामजर्द आरोपियों को गिरफ्रतार नहीं किया जा रहा है। ज्वालापुर और पथरी पुलिस की कार्यशैली से क्षुब्ध् होकर पुलिस प्रशासन को दोनों मामले के आरोपियों की पांच दिन के भीतर गिरफ्रतारी का एल्टीमेटम दिया था। जिसके बाद हरकी पौडी के समीप धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी।