
एक कर्मी के संक्रमण निकलने पर प्रबंधन दिखा रहा लापरवाही
कर्मियों के जीवन से किया जा रहा खिलवाड़, कंपनी में दहशत का माहौल
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। हिंदुस्तान युनिलीवर सहित कई अन्य कंपनी के कर्मी कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद एक ओर कम्पनी कोरोना संक्रमण के मुहाने पर आ खड़ी है। जिसकी खबर प्रशासन को हैं या नहीं, लेकिन वहां पर काम करने वाले कर्मियों की जान गले में अटकी है। बताया जा रहा कि कुछ कर्मियों द्वारा प्रबंधन के सामने अपनी सुरक्षा की दुहाई देते हुए कंपनी को सैनेटाईज कराने तथा कोरोना संक्रमण पाये गये कर्मी के सम्पर्क में आने वाले कर्मियों को क्वांरटाइन करते हुए उनके सैम्पलिंग कराने की मांग की गयी। आरोप हैें कि प्रबधंन द्वारा कर्मियों को मुंह बंद रखने की हिदायद दी गयी हैं वरना कम्पनी से बाहर का रास्ता दिखाये जाने की चेतावनी देने की बात सामने आ रही है। लेकिन अब पूूरा मामला कंपनी से निकाल कर सिड़कुल थाने तक पहुंच चुका है। सिड़कुल एसओ द्वारा कंपनी के एचआर को बुला कर मामले की जानकारी ली गयी हैं। बताया जा रहा हैं कि कम्पनी एचआर ने मामले को स्वीकार करते हुए आश्वासन दिया कि उस कर्मचारी के संपर्क में आने वाले 30 लोगों की लिस्ट तैयार कर उन्हें क्वॉरेंटाइन व उनकी टेस्टिंग की तैयारी की जा रही है। बताते चले कि सिडकुल इंडस्ट्रियल एरिया हरिद्वार में कोरोना का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। हिंदुस्तान यूनीलीवर सहित कुछ अन्य कम्पनी मे कोरोना संक्रमण पाये जाने के बाद प्रशासन के होश उड़ा दिये थे। इसी क्रम में एक ओर कम्पनी पैकेजिंग कंपनी ओमेगा प्रिंटोपेक भी कोेरोना संक्रमण के मुहाने पर खडी है। इस कम्पनी में कार्यरत एक युवक के चाचा हिंदुस्तान यूनीलीवर में कार्यरत है। युवक उन्हीं के साथ रहता है। एचयूएल में संक्रमण फैलने के दौरान युवक के चाचा भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। उनके कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर युवक को भी क्वॉरेंटाइन कर दिया गया। बताया जा रहा हैं कि युवक के क्वारंटाइन होने से एक दिन पहले तक वह पैकेजिंग कंपनी ओमेगा प्रिंटोपेक की यूनिट-वन व टू में आता रहा है। और वहां कार्यरत कर्मियों से मिलता जुलता रहा। बताया जा रहा हैं कि शनिवार को युवक की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई। अब पैकेजिंग कंपनी ओमेगा प्रिंटोपेक की यूनिट-वन व टू पर भी कोरोना संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है लेकिन प्रबंधन की लापरवाही तो देखिये की उसने अभी तक किसी भी कर्मचारी का कोरोना टेस्ट नहीं करवाया हैं और न ही पैकेजिंग कंपनी ओमेगा प्रिंटोपेक यूनिट वन व टू को सेनेटाइजेशन करवाया है। कर्मी नौकरी जाने के डर से कुछ भी कहने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। दोनों यूनिट के कर्मचारी डर के माहौल में काम करने के लिए मजबूर है। अब मामला पैकेजिंग कंपनी ओमेगा प्रिंटोपेक से निकलकर सिड़कुल थाने पहुंच चुका है। सिडकुल एसओ लखपत सिंह बुटोला ने जानकारी मिलते ही पैकेजिंग कंपनी ओमेगा प्रिंटोपेक के एसआर प्रभारी सुशील मिश्रा को थाने बुलाकर मिली जानकारी की की सत्यता का पता लगाने का प्रयास किया। बताया कि कंपनी के एचआर सुशील मिश्रा ने कंपनी में कर्मी के कोरोना संक्रमण पाये जाने की बात स्वीकारी है। और कोरोना संक्रमण युवक के सम्पर्क में आने वाले करीब तीस कर्मियों को चिहिंत किये जाने की जानकारी भी दी है। जिनको जल्द ही क्वांरटाइन करते हुए उनकी सैम्पलिंग कराये जाने का भरोसा दिलाया है। सिड़कुल एसओ लखपत सिंह बुटोला ने बताया कि मामले की जानकारी संज्ञान में आने के बाद पैकेजिंग कंपनी ओमेगा प्रिंटोपेक के एचआर प्रभारी सुशील मिश्रा को सोमवार को बुलाया गया। जिससे मामले की जानकारी चाही तो उसने अपनी कंपनी मे एक कोरोना संक्रमण कर्मी के पाये जाने की बात कबूली है और जल्द ही कोरोना संक्रमण के संपर्क में आने वाले 30 कर्मियों की लिस्ट तैयार की गयी है जिनको क्वॉरेंटाइन व उनके टेस्टिंग करने की तैयारी का भरोसा दिलाया है। जिसपर पुलिस ने कंपनी प्रबंधन से लिखित में देने को कहा है, जिसपर एसआर सुशील मिश्रा ने मंगलवार को लिखित में भरोसा देने की बात कही है।