
चण्डीघाट स्थित नमामि गंगे घाट पर स्थापित थी मूर्ति
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। चार दिन पूर्व चण्डीघाट स्थित नमामि गंगे घाट पर रखी संत गुरू रविदास महाराज की मूर्ति को गंगा में फेंकने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्रतार कर लिया है। जिसको न्यायालय के समक्ष पेेश किया गया, जहां से उसको 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। मूर्ति को गंगा में फेंकने वाला मानसिक रूप से कमजोर है। श्यामपुर थाना प्रभारी दीपक कठैत ने बताया 26 मई को अज्ञात व्यक्ति द्वारा चण्डीघाट स्थित नमामि गंगे घाट पर स्थापित संत गुरू रविदास महाराज की मूर्ति को गंगा में फैंक दिया गया था। जिसके संबंध में विश्व महापीठ के प्रदेश अध्यक्ष रामकिशन तहरीर देकर पुलिस में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। संत रविदास की मूर्ति गंगा में फेंकने को लेकर एक समाज के लोगों में भारी आक्रोश था, हालांकि भाजपा विधायक सुरेश राठौड़ ने नमामि गंगे घाट पर संत रविदास महाराज की दूसरी मूर्ति लगवा दी थी, पर मूर्ति फेंकने वाले आरोपी के पकड़े ना जाने पर लोगों में रोष व्याप्त था। पुलिस भी मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपित को गिरफ्रतार करने टीमें लगाकर तलाश कर रही थी। घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोगों से भी इस बारे में पूछताछ की जा रही थी। इसी बीच पुलिस को शनिवार को मुखबिर से सूचना सूचना मिली सूचना पर मूर्ति फेंकने वाले आरोपी हैप्पी पुत्रा ओमप्रकाश निवासी चण्डीघाट माजरा श्यामपुर हरिद्वार को गिरफ्रतार कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने संत की मूर्ति गंगा में फेंकना स्वीकार किया हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी मानसिक रूप से कमजोर है, उसके बारे में जानकारी लगी वह गंगा में गोताखोर का काम करता था, पर सुल्फा पीने का आदी हो गया था। जिससे उसका मानसिक संतुलन कमजोर हो गया है, नशे में उसे कभी भी सनक उठ जाती है और उसे अच्छे बुरे काम कुछ पता नहीं चलता घटना वाले दिन भी वह नमामि गंगे घाट पर घूम रहा था। जिसे बस्ती में रहने वाले कुछ बच्चों ने मूर्ति उठाकर गंगा में फेंकते हुए देखा था। मेडिकल कराने के बाद आरोपित को कोर्ट में पेश कर 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।