
कोरोना वारयस की दहशत के चलते घर पर चल रही ‘पाठशाला’
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। गत वर्ष तक जिस समय बच्चे और मां-बाप दिन-रात परीक्षा की तैयारियों में जुटे रहते थे, उस समय इस साल घर पर मस्ती चल रही है। ये सब हुआ है कोरोना के खतरे के चलते। प्रदेश में स्कूलों में छुट्टियां कर दी गईं और बच्चे घर पर समय बिता रहे हैं। खतरे के चलते बच्चों की गर्मियों की छुट्टियों में घूमने की योजना भी खटाई में पड़ती दिख रही है। पहली से आठवीं तक के बच्चे परीक्षाएं स्थगित किए जाने से खासे खुश हैं। इन दिनों स्कूल, ट्यूशन बंद होने के कारण घर पर ही पढ़ाई चल रही है। बच्चों की पढ़ाई से दूर रहने वाले माता-पिता भी आजकल बच्चों को पढ़ा रहे हैं। हालांकि, छुट्टियों का बच्चे पूरे मजे भी ले रहे हैं। ज्यादातर मां-बाप बच्चों को खेलने के लिए बाहर भेजने से बच रहे हैं। बच्चे दिनभर घर में ही खेलकर समय गुजार रहे हैं। शाम के समय पार्कों में जुटने वाली भीड़ भी इन दिनों कम दिख रही है। वॉक करने वाले बुजुर्ग हों या क्रिकेट, फुटबाल खेलने वाले बच्चे ज्यादातर अपने घरों में ही रह रहे हैं। वहीं इसके फायदे भी हैं। इन दिनों बच्चे माता-पिता, दादा-दादी के साथ पूरा वक्त गुजार रहे हैं। स्कूल, ट्यूशन, कोचिंग के चलते आम दिनों में स्कूली बच्चों के पास इतना वक्त नहीं होता कि वो घरवालों के साथ बैठकर इत्मीनान से बातें कर सकें।
माता-पिता भी नौकरी और रोजगार की भागदौड़ के चलते बच्चों को वक्त नहीं दे पाते लेकिन इन दिनों उनके पास भी पर्याप्त समय है। हरिद्वार श्रवण नाथ नगर निवासी रोहिनी चौहान व शालू चौहान ने बताया कि वो संयुक्त परिवार में रहते हैं। इन दिनों सभी भाइयों के बच्चे दिनभर घर पर खेलते हैं। बच्चों को स्कूल की टेंशन है न कोचिंग या एकेडमी की। शाम होते ही बच्चे पढ़ाने के लिए बैठ जाते हैं। स्कूल खुलने की कामना कर रहे मां-बाप छुट्टियों पर जहां ज्यादातर माता-पिता बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम गुजार रहे हैं वहीं, कुछ ऐसे भी हैं, जो जल्दी स्कूल खुलने की कामना कर रहे हैं। दरअसल, घर पर बच्चों की मस्ती, लड़ाई-झगड़े और उछलकूद से कई मां-बाप परेशान भी होने लगे हैं। पहले स्कूल, फिर ट्यूशन या कोचिंग के चलते आमतौर पर बच्चों के पास इतना वक्त नहीं होता कि वो घर पर ज्यादा समय बिता सकें लेकिन आजकल सुबह से शाम तक बच्चे घर पर ही रह रहे हैं। नकरौंदा निवासी सुनीता कोठारी के अनुसार दिनभर बच्चों की मस्ती और लड़ाई झगड़े से परेशानी होने लगी है। स्कूल खुला होता तो बच्चे पूरा पढ़ाई में ही गुजारते।
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यात्रा टाल रहे लोग
कोरोना के खतरे को देखते हुए ज्यादातर लोगों ने गर्मियों की छुट्टियों में घूमने जाने की अपनी योजना टाल दी है। हालांकि अभी गर्मियों की छुट्टियों में काफी वक्त बाकी है। साथ ही लोगों को तब तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है लेकिन फिर भी ज्यादातर लोग डरे हुए हैं और महीने-दो महीने बाद की यात्रा भी टाल रहे हैं। इससे सालभर से घूमने जाने की प्लानिंग कर रहे बच्चे खासे निराश हैं।
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फिल्म देखने और खेलने में गुजर रहा वक्त ज्यादातर बच्चे इन दिनों घर पर फिल्म देखने और खेलने में अपना वक्त गुजार रहे हैं। मां-बाप ने भी बच्चों को मौज-मस्ती करने की पूरी छूट दी है। मोहल्लों में बच्चे सुबह से साइकिल के साथ मस्ती करते दिख जाते हैं। शाम के समय घूमने जाने वाली महिलाएं भी इन दिनों अलग-अलग दिख रही हैं।
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घर पर ही बीत रही छुट्टियां
छुट्टियों का उपयोग आमतौर पर बच्चे कुछ नया सीखने के लिए करते हैं। विदेशी भाषा, स्विमिंग, डांस, सिंगिंग, स्पोर्ट्स सीखने में सबसे ज्यादा बच्चों की रुचि होती है लेकिन इन दिनों मां-बाप भी बच्चों को घर से बाहर भेजने से बच रहे हैं। ऐसे में ज्यादातर बच्चों की छुट्टियां घर पर ही बीत रही है।