
महिला चिकित्सकः अगर देर होती तो मां-बच्चे को हो सकता था खतरा
पुलिस की इस मानवता पूर्ण कार्य की हो रही प्रशंसा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। एक गर्भवती महिला कांवडियें को अस्पताल ले जाते वक्त महिला ने पुलिस की गाडी में ही शिशु को जन्म दे दिया। महिला चिकित्सक ने मां-बेटे को स्वास्थ्य बताया है। पुलिस के इस मानवता पूर्व व्यवहार को देखते हुए कांवडियों ने जमकर सहराना हो रही है। श्यामपुर थाना एसओ दीपक कठैत के अनुसार ने बदायूं यूपी से एक दम्पति कांवड लेने के लिए हरिद्वार आये थे। महिला गर्भवती थी जोकि श्यामपुर चंडी पुल पर नमामि गंगे घाट के पास महिला को प्रसव का दर्द हो गया। जिसकारण वह घाट पर तड़फने लगी। घाट पर मौजूद पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी चाही। जिसपर पति ने प्रसव का दर्द होना बताया। लेकिन मौके पर कोई एम्बुलेेंस की सुविधा न होने के कारण एम्बुलेंस पहुंचने के लिए फोन किया गया। मगर महिला दर्द बढता देख तैनात पुलिस अधिकारियों ने मामले की जानकारी श्यामपुर थाने को दी गयी। जिसपर बिना देर करे पुलिस की गाडी महिला कांस्टेबल के साथ घाट पर पहुंच गयी। महिला को पति के साथ गाडी सवार कर राजकीय महिला चिकित्सालय भेजा गया। मगर डाक कांवड के कारण भारी भीड होने के कारण महिला ने पुलिस की गाडी में ही बेटे को जन्म दे दिया। उन्होंने बताया कि जज्जा व बच्चे को दोनों को महिला चिकित्सक ने पूर्ण स्वास्थ्य बताया है। महिला चिकित्सक ने अस्पताल में भर्ती करते हुए पुलिस का आभार वक्त करते हुए कहा कि यदि देर हो जाती तो बच्चे व मां दोनों के लिए खतरा हो सकता था। पुलिस की सक्रियता व मानवता पूर्ण कार्य को लेकर कांवड मेले में कांवडियों के बीच काफी प्रशंसा की जा रही है। कांवडियें ने अपनी पत्नी व बच्चे के स्वास्थ्यता के लिए उत्तराखण्ड पुलिस का आभार व्यक्त किया है।