विधानसभा अध्यक्ष सहित कई मंत्रियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि
सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से दी शहीद को अन्तिम विदाई
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जम्मू के पुलवामा में आतंकवादी आत्मघाती हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के एएसआई मोहन लाल रतूड़ी का अन्तिम संस्कार आज राजकीय सम्मान के साथ हरिद्वार खड़खड़ी शमशान घाट पर किया गया। शहीद का मुखाग्नि उनके बेटों शंकर और राम ने दी। शहीद को सीआरपीएफ के जवानों ने अपने साथी शहीद को गार्ड आफ आनर देते हुए हवा में कई राॅउड गोलियों दाग कर सलामी दी। इस मौके पर जनपद प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज, सांसद डाॅ. रमेश पोखरियाल निशंक, विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल, केबीनेट मंत्री मदन कौशिक, विधायक आदेश चौहान, विधायक सुरेश राठौर, मेयर अनिता शर्मा, जिला अधिकारी दीपक रावत, एसएसपी जन्मेजय खण्डूरी सहित अन्य लोगों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर शहीद को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए शहर से लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था। बताते चले कि गत दिनों जम्मू के पुलवामा में आतंकवादी आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हो गये थे। जिनमें वनकोट उत्तरकाशी के सीआरपीएफ में एएसआई मोहन लाल रतूड़ी भी थे। जिनका आज पार्थिव शरीर हरिद्वार खड़खड़ी शमशान घाट पर लाया गया। जहां पर शहीद को अपनी श्रद्धांजलि देने के लिए शहर से लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था। जिन्होंने हिन्दुस्तान जिदांबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद और मोहन लाल जिंदाबाद के नारे लगाये। शहीद मोहन लाल रतूड़ी का राजकीय सम्मान के साथ अन्तिम संस्कार किया गया। इस मौके पर शहीद के बेटे शंकर का कहना है कि प्रशासन को इस शहादत का बदला लेना चाहिए। वहीं शहीद के छोटे बेटे राम का कहना है कि गलती तो उनकी भी नही है उनको क्या पता है कि विस्फोट होने वाला है, वो तो उनके भाग्य में लिखा था ऐसा होना, वो तो हमे हमेशा खुशी होगी कि पापा देश के लिए शहीद हुए है। इस अवसर पर सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि पूरे देश के लिए बहुत ही दुख की घड़ी है, पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है, हमारे प्रधानमंत्री ने पहले ही कहा था कि हम छेड़ेंगे नही अगर छेड़ेंगे तो छोड़ेंगे नहीं ,पाकिस्तान तो आतंकवाद का दूसरा नाम हो गया है, पूरी दुनिया जानती है और हिंदुस्तान के साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री ने बहुत साफ कह दिया है कि सेना को अब खुली छूट दे दी है। और आतंकवादियों ने जिस तरह से पाकिस्तान की शह पर यह किया है। उसका बदला लिया जाएगा। इस मौके पर शहीद को श्रद्धांजलि देने वालो में सीआरपीएफ डीआईजी दिनेश उनियाल, कमांडेंट संजीव रंजन, किशोर प्रसाद आदि थे।
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December 25, 2024