विशाल जनकल्याण समारोह में उमड़ा भक्तों का सैलाब
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। द हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत श्री भोले जी महाराज एवं करुणामयी माताश्री मंगला जी के सानिध्य में ऋषिकुल विद्यापीठ मैदान में हंस ज्योति-ए यूनिट आफ हंस कल्चरल सेंटर, दिल्ली द्वारा योगीराज श्री हंस जी महाराज की 125वीं पावन जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।
इस मौके पर आयोजित विशाल जनकल्याण समारोह में अमेरिका, कनाडा, इंगलैंड तथा नेपाल आदि देशों के अलावा देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु-भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। विविध भाषाओं, वेषभूषाओं तथा परम्पराओं वाला यह जनकल्याण समारोह अपने आप में लघु भारत का दृश्य उपस्थित कर रहा था। भक्तों का श्री भोले जी महाराज एवं माताश्री मंगला जी के प्रति प्रेम, श्रद्धा, विश्वास, आस्था और समर्पण देखने लायक था। इस बार सम्भल, अमरोहा, बिजनौर, मेरठ तथा हरिद्वार आदि कई स्कूलों से सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने समारोह में भाग लेकर अनुशासन का परिचय दिया।
इस मौके पर माताश्री मंगला जी ने कहा कि योगीराज श्री हंस जी महाराज को अध्यात्म ज्ञान के प्रचार और जनकल्याण के काम करने में बड़े संघर्षों और कठिनाइयों का सामना करना पड़ा लेकिन वे कभी भी उन संघर्षों से विचलित नहीं हुए। उन्होंने बताया कि आज श्री हंस जी महाराज के नाम पर द हंस फाउंडेशन, हंस कल्चरल सेंटर और श्री हंसलोक जनकल्याण समिति आदि संस्थाओं का संचालन किया जा रहा है। द हंस फाउंडेशन के तहत सतपुली में आधुनिक सुविधाओं से युक्त द हंस फाउंडेशन जनरल अस्पताल, बहादराबाद में हंस आई केयर तथा दिल्ली और देहरादून में हंस गौशालाएं आदि चलाई जा रही हैं।
माताश्री मंगला जी ने श्रद्धालु-भक्तों का आहवान किया कि वे श्री हंस जी महाराज की शिक्षाओं और संदेशों को अपने जीवन में उतारें। उन्होंने युवाओं को नशा आदि बुरी प्रवृतियों से बचाने तथा उन्हें अध्यात्म से जोड़कर संस्कारित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सत्संग मनुष्य के अंदर विवेक जागृत करता है तथा समाज में बदलाव लाने का सशक्त माध्यम है। समारोह में देश के विभिन्न तीर्थों से आये संत-महात्माओं ने भी सत्संग सुनाकर भक्ति और ज्ञान के मार्ग पर बढ़ने की प्रेरणा दी। भजन गायकों ने श्री हंस जी महाराज, भगवान शिव एवं गुरु महिमा, पतित पावनी मां गंगा तथा आदि शक्ति मां जगदम्बा से जुड़े भजनों की प्रस्तुति कर भक्तों को आनंद से सराबोर कर दिया।

