
*जिला और मेला अस्पताल में भर्ती सभी घायलों को स्वास्थ्य ठीक होने पर दी छुट्टी
*मुख्यमंत्री ने मंशा देवी सीढी मार्ग में भगदड हादसे के बाद ली उच्च स्तरीय बैठक
*मंशा देवी व चंडी देवी से हटेगा अतिक्रमण, सड़क का होगा चौड़ीकरण
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। मंशा देवी सीढी पैदल मार्ग पर हुई भगदड हादसे में मरने वालों की संख्या 6 से बढ कर 8 तक पहुंच गयी है। जबकि घायलों की संख्या भी 28 से बढकर 30 हो गयी है। जिनमें जिला अस्पताल में उपचाराधीन 08 घायलों और उप जिला मेला अस्पताल में उपचाराधीन 05 घायलों का स्वास्थ्य ठीक होने पर उनको अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है। जबकि गम्भीर 17 घायलों को उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया था। जिनके सम्बंध में अभी तक कोई जानकारी हासिल नहीं हुई है।

वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में उच्च स्तरीय बैठक के दौरान अधिकारियों को प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों हरिद्वार स्थित मनसा देवी, चंडी देवी मंदिर, टनकपुर स्थित पूर्णागिरि धाम, नैनीताल के कैंची धाम, अल्मोड़ा के जागेश्वर मंदिर, पौड़ी स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर सहित अन्य प्रसिद्ध मंदिरों में श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित के निर्देश दिये है।
बताते चले कि बीते रोज मंशा देवी सीढी पैदल मार्ग पर कंरट फैलने की अफवाह को लेकर हुए भगदड हादसे से प्रशासन में हड़कम्प मच गया था। सूचना पर डीएम मयूर दीक्षित, एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल समेत तमाम आलाधिकारी व पुलिस बल ने जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों के राहत कार्यो में जुट गये थे। वहीं एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने घटना स्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू शुरू कर दिया गया था। भगदड के बाद मन्दिर को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया था। भगदड हादसे में घायलों को पुलिस, व्यापारी और स्थानीय लोगों ने द्वारा घटना स्थल से उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया था। भगदड हादसे में 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गयी थी, जबकि 28 लोग घायल हो गये थे।
घटना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख प्रकट करते हुए मृतक परिजनों के प्रति सवेंदना प्रकट की थी, वहीं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य होने की ईश्वर से कामना की थी। मुख्यमंत्री ने मृतको के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार राहत राशि देने की घोषणा की थी। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिला अस्पताल हरिद्वार पहुंचकर घायलों से मुलाकात करते हुए उनसे हालचाल जाना था और घायलों को बेहतर उपचार देने तथा परिजनों को हर सम्भव मदद करने का भरोसा दिलाया था।
लेकिन भगदड हादसे में मारने वाले लोगों की संख्या 6 से बढ कर 8 तक पहुंच गयी है। जबकि घायलों की संख्या 28 से बढ कर 30 तक पहुंच गयी। जिला अस्पताल की अगर बात करें तो वहां पर 08 घायल श्रद्धालुओं कर उपचार जारी था, वहीं 17 घायलों की हालत गम्भीर देखते हुए उनको हॉयर सेंटर एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया था। जबकि 5 घायलों को उपचार के लिए उप जिला मेला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उप जिला मेला अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश गुप्ता ने बताया कि मेला अस्पताल में भर्ती पांचों घायलों का स्वास्थ्य ठीक होने पर उनको देर शाम अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी। वहीं जिला अस्पताल प्रभारी पीएमएस डॉ. आरवी सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल में उपचाराधीन सभी घायलों का स्वास्थ्य ठीक होने पर उनको छुट्टी दे दी गयी है। मौजूदा वक्त में जिला अस्पताल में भगदड हादसे का कोई भी घायल भर्ती नहीं है।
मंशा देवी सीढी पैदल मार्ग पर भगदड हादसे के बाद मुख्यमंत्री ने सचिवालय में उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेशभर के प्रसिद्व मंदिरों में भीड़ प्रबंधन, श्रद्धालु पंजीकरण, पैदल मार्गों और सीढ़ियों का चौड़ीकरण, अतिक्रमण हटाने तथा अन्य सभी मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं, ताकि श्रद्धालुओं को सुगम एवं सुरक्षित दर्शन अनुभव प्राप्त हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों मंडलों के आयुक्तों की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया जाए। इस समिति में संबंधित जिलों के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, विकास प्राधिकरणों के उपाध्यक्ष एवं कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सदस्य के रूप में शामिल किया जाए।