*पुलिस ने किया फरार पांच हजार के इनामी हत्यारोपी बेटे को गिरफ्तार
*12 बीघा भूमि को अपने नाम करने के लिए बना रहा था पिता व मां पर दबाब
*हत्यारोपी बेटे ने पिता की हत्या को आत्महत्या करने का किया प्रचारित
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। पैतृक सम्पत्ति के लिए पिता की हत्या कर घटना को आत्महत्या प्रचारित करने वाले फरार इनामी हत्यारोपी बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ हैं कि मृतक ने बडे बेटे के दबाब के चलते 13 बीघा भूमि से 12 बीघा अपनी पत्नी के नाम कर दी थी। जिससे नाराज होकर बेटे ने पिता के साथ मारपीट कर गला घोट कर हत्या की थी। जिसके बाद हत्या को आत्महत्या में तब्दील करने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस की सूझबूझ और पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने प्रचारित आत्महत्या से पर्दा उठाते हुए हत्या का खुलासा कर दिया। जिसको दर्ज मुकदमें में निरूद्ध करते हुए मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया कि पुलिस ने 09 अक्टूबर, 2024 को थाना झबरेडा क्षेत्रान्तर्गत ग्राम झबरेडी कलां निवासी विनोद कुमार का शव संदिग्ध परिस्थितियों में कमरे बरामद किया था। मृतक के माथे, कान पर चोट के निशान थे व गले पर फंदे का निशान था। पुलिस ने घटना स्थल पर फोरेसिंक टीम को मौके पर बुलाया गया, वैज्ञानिक तरीकों से साक्ष्य संकलन करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। घटना को गांव में आत्महत्या के तौर पर प्रचारित किया गया था। जबकि पुलिस को पूरा मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा था। इस घटना की जांच उनके द्वारा सीओ मंगलौर विवेक कुमार को सौपी गयी थी।
उन्होंने बताया कि पूरा मामला संदिग्ध प्रतीत होने पर मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किये बगैर पुलिस टीम ने गुपचुप तरीके से मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस टीम ने अपनी जांच की भनक मृतक के परिजनो को भी नहीं लगने दी। पुलिस की जांच में प्रकाश में आया कि मृतक के बेटे का पैतृक 12 बीघा जमीन अपने नाम करने को लेकर पिता विनोद के साथ लगातार विवाद चल रहा था। जिसको लेकर अक्सर मृतक विनोद व उसके बेटे के बीच झगडा होता रहता था। इसी दौरान 06 दिसम्बर 24 को मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी पुलिस को प्राप्त भी हो गयी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक की मौत का कारण गला घोटना बताया गया।
कप्तान ने बताया कि पुलिस का शक सही साबित हुआ और पूरे मामले से मृतक की पत्नी बबीता को अवगत कराया गया। मृतक की पत्नी की ओर से पुलिस ने 08 दिसम्बर 24 को हत्या का मामला दर्ज कर लिया। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि विनोद के नाम पर 13 बीघा पैतृक भूमि थी जिसको बडा बेटा रविन्द्र अपने नाम कराना चाहता था। लेकिन विनोद ने भूमि बेटे के नाम करने से साफ इंकार कर दिया। घटना के कुछ माह पूर्व विनोद ने 13 बीघा भूमि से 12 बीघा भूमि अपनी पत्नी बबीता के नाम कर दी। जिसको लेकर रविन्द्र बेहद नाराज हो गया और पिता के साथ लगातार लडाई-झगडा करने लगा।
उन्होंने बताया कि पिता के न मानने पर रविंद्र द्वारा अपनी मां बबीता पर भी जमीन अपने नाम कराने का लगातार दबाव बनाया गया लेकिन मां ने भी स्पष्ट कर दिया कि पिता की हामी के बगैर जमीन उसके नाम पर नही होगी। जिस कारण बेहद नाराज रविन्द्र द्वारा पहले अपने पिता के साथ मारपीट की गयी और फिर रस्सी से गला घोटकर हत्या कर दी। हत्या को बेटे ने गांव में पिता द्वारा आत्महत्या करना प्रचारित कर दिया था। हत्यारोपी को अहसास हो गया कि पुलिस को उसकी करतूतो की जानकारी लग गयी। इसलिए गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार हो गया। हत्यारोपी की गिरफ्तारी पर 5 हजार का इनाम घोषित किया गया। पुलिस टीम ने फरार इनामी हत्यारोपी को सूचना पर गिरफ्तार कर लिया।