■समिति से जुड़ी महिलाओं ने डीएम के माध्यम से केन्द्रीय गृह मंत्री को भेजा ज्ञापन
■मातृशाक्ति जागरण समिति ने महिलाओं पर अत्याचार को लेकर जताई अपनी नाराजगी
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। मातृशाक्ति जागरण समिति ने बंगाल में हुई हिंसा को लेकर डीएम धीरज सिंह गर्ब्याल की अनुपस्थिति में एडीएम पीएल शाह को ज्ञापन सौंपा। समिति ने ज्ञापन में कहा हैं कि पश्चिम बंगाल में दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही महिलाओं की स्थिति देश के लिए गंभीर चिंता का विषय है। संदेशखाली, कूच बिहार और उत्तर दानापुर ( चोपरा) की घटना सभ्य समाज का मस्तक लज्जा से झुका देने वाली है। महिलाओं का शोषण और दर्दनाक उत्पीड़न निंदनीय है।
देश की महिलाए इन घटनाओं से अत्यंत व्यथित हैं तथा घटना की न्यायिक जांच करवा कर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही किये जाने की मांग की है। साथ ही पीड़ित महिलाओं की शारीरिक एवं मानसिक उपचार और उनके पुनर्वसन की प्रभावी कदम उठाये जाए। इस अत्यंत संवेदनशील हालत को देखते हुए तत्काल पश्चिम बंगाल की सरकार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से गृहमंत्री भारत सरकार को भेजे गये ज्ञापन से अपील की है।
मातृशाक्ति जागरण समिति से जुड़ी महिलाओं रेखा झा एवं वंदना शर्मा के आह्वाहन पर बड़ी संख्या में महिलाओं ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर पश्चिमी बंगाल में महिलाओं पर बढते अपराध और उत्पीड़न की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए अपना रोष प्रकट किया। डॉ मनु शिवपुरी (ब्रांड एंबेसडर बेटी बचाओ, बेटी पढाओं) ने कहा कि प. बंगाल मे महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार से देश की महिलाओं में भय का माहौल होने के साथ-साथ भारी आक्रोश है। मानसी भार्गव ने कहा कि देश में महिलाओं को सदैव उच्च स्थान प्रदान किया है, यह कुछ लोगो की घिनौनी राजनीति का प्रदर्शन है। रेखा वसिष्ठ ने कहा कि इस कृत्य पर अभी से रोक लगाई जानी चाहिए। वंदना शर्मा ने गृह मंत्रालय को सीमित के महिला संगठन द्वारा ज्ञापन सौंप कर जल्द रोक लगाने की मांग की।
ज्ञापन देने वालों में डॉ मनु शिवपुरी, नेहा ,सीमा, रेखा सैनी, रेखा, मंजू नोटियाल ,मानसी, बबिता, मंजीत कौर, रजनी, प्रगति, मनीषा शर्मा, रेखा ,नीरज ,मनीषा वर्मा, बलराम, मनीष शर्मा, हेतल, डोली मिश्रा, मीरा सुमन ,मनीष आदि मौजूद रही।