अध्यक्ष छत्रपाल, सचिव दिनेश, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र बने
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड जनपद हरिद्वार के ऋषिकुल उपशाखा के द्विवार्षिक अधिवेशन चुनाव मुख्य चुनाव अधिकारी श्रीमती आंनदी शर्मा चुनाव अधिकारी दिनेश लखेडा एवं स्मिता कोठियाल,राजेन्द्र तेश्वर प्रदेश प्रवक्ता की देखरेख में संपन्न हुआ। जिसका संचालन छत्रपाल सिंह ने किया। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उपशाखा ऋषिकुल के सभी पदों पर निर्विरोध निर्वाचन सम्पन्न हुआ।
अध्यक्ष छत्रपाल सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष चंद्रप्रकाश, उपाध्यक्ष अमित कुमार, उपाध्यक्ष महिला बाला देवी एवं ब्रिजेश, सचिव दिनेश ठाकुर, संयुक्त सचिव अजय कुमार, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र चौहान, आडिटर मनोज पोखरियाल, प्रचार सचिव कमल कुमार, संगठन सचिव कुसुम को सर्वसम्मति से निर्विरोध चुन लिया गया।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा, प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तेश्वर, नवनिर्वाचित अध्यक्ष छत्रपाल सिंह, मंत्री दिनेश ठाकुर ने कहा कि कर्मचारियों की मांगों के लिए हर स्तर पर संघर्ष किया जायेगा। डीडीओ कोड बहाली के लिए, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को लिपिक पद पर पदोन्नत हुए कर्मचारियों की ज्वाइनिंग के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन पर दबाव बनाया जाएगा संघर्ष जारी रहेगा।
नर्सेस संगठन के वरिष्ठ श्रीमती आंनदी शर्मा, स्मिता कोठियाल ने कहा कि कर्मचारियों का चुनाव शांति पूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ, अब हमें मिलकर विश्विद्यालय प्रशासन से डीडीओ कोड बहाली की मांग की जाएगी। जिससे वेतन, जीपीएफ, पेंशन का कार्य जल्द से जल्द सरल तरीके से समय पर हो सके। दूसरे सत्र में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नाथी राम सेवा निवर्त होने पर सभी कर्मचारियों ने मिलकर उनको माल्यापर्ण एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। उनकी 41 वर्ष की सेवा में उनके द्वारा ईमानदारी से कार्य करने को लेकर सभी अधिकारियों और कर्मचारी नेताओं ने भूरि-भूरि प्रंशसा की।
कर्मचारियों में मेट्रन श्रीमती आंनदी शर्मा, स्मिता कोठियाल, सुनीता चंद्र तिवारी, ममता कठैत,ममता बिष्ठ, नेहा कंडवाल, अंजुम, उपासना, दिनेश लखेडा, राजेन्द्र तेश्वर, अजय कुमार, छत्रपाल सिंह, राकेश, दिनेश ठाकुर, अमित कुमार, मनोज पोखरियाल, सुरेंद्र चौहान, नितिन कुमार,कमल, ज्योति नेगी, प्रबल, अनिल नेगी, कुसुम, बुगली, कैलाशो, बाला, ब्रजेश, रामपाल, कल्लू, विनोद आदि मौजूद रहे।
